बेमौसम बारिश बनी किसानों के लिए परेशानी
उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। शनिवार को राज्य के 30 से अधिक जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। यह बेमौसम बारिश और आंधी किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। खेतों में खड़ी और कटी हुई फसलों को इससे काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, आम के पेड़ों पर लगे बौर भी तेज हवाओं की वजह से झड़ गए हैं, जिससे आम की पैदावार पर असर पड़ सकता है। तेज हवाओं ने बिगाड़ा शहर का माहौल
मुरादाबाद में हवाएं इतनी तेज थीं कि उनकी गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। राजधानी लखनऊ में भी तड़के सुबह करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूलभरी आंधी चली। इस तेज हवा और बारिश ने सामान्य जनजीवन को भी कुछ देर के लिए प्रभावित किया।
इन जिलों में हुई बूंदाबांदी
पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह बदलाव सबसे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ, लेकिन शनिवार को इसका असर पूर्वी जिलों में भी देखा गया। बस्ती, अयोध्या, बलरामपुर, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर खीरी और बाराबंकी जैसे जिलों में बूंदाबांदी हुई। लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को मेरठ में सबसे ज्यादा 62 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सीतापुर में 30 मिमी वर्षा हुई। आगरा, बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में बारिश कम रही। आईएमडी की ओर से एक बार फिर 20 अप्रैल यानी कल तक के लिए आंधी-बारिश,ओलावृष्टि, वज्रपात के संकेत दिए हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज यूपी के पूर्वी और पश्चिमी संभाग के आस पास के तकरीबन 45 से ज्यादा जिलों में बादल छाए रहने की संभावना है।