शक्ति दुबे के पिता बताते हैं कि वह बेहद अनुशासित जीवन जीती थीं। न किसी शादी-ब्याह में जातीं, न रिश्तेदारों से मिलने। उनका सारा ध्यान केवल एक लक्ष्य पर था — UPSC। मोबाइल, सोशल मीडिया और बाहरी दुनिया से कटकर वह अपने कमरे में दिन-रात मेहनत करती रहीं। पढ़ाई के प्रति उनकी यह लगन और समर्पण आज उन्हें उस ऊँचाई पर ले आई, जहां पहुँचना हर किसी का सपना होता है।
शक्ति की कहानी यह साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो सीमाएं मायने नहीं रखतीं। उन्होंने दिखा दिया कि एक कमरे से निकलकर भी देश की सबसे कठिन परीक्षा को जीता जा सकता है। आज वह लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं — एक जीवित उदाहरण कि मेहनत, अनुशासन और धैर्य से हर सपना साकार किया जा सकता है।
सीएम योगी ने भी दी बधाई यूपीएससी का परिणाम आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी। इसके अलावा उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस परीक्षा में टॉप करने वाली प्रयागराज की शक्ति दुबे को भी बधाई और शुभकामनाएं दी।