Anvika Touched Everest Base Camp: राज्य की सबसे कम उम्र की बनी अचीवर
वे बताती हैं, मैंने एक घंटे में 10 किलोमीटर चलने का अभ्यास किया। 3 किलो का बैग लेकर रोज सीढ़ियों पर ऊपर-नीचे जाना, मेरी रूटीन का हिस्सा था। ट्रेकिंग के दौरान सबसे मुश्किल समय ले बाउचे में आया, जब उनका
ऑक्सीजन स्तर गिर गया और उन्हें उल्टी होने लगी। उन्होंने बतायसा, मुझे लगा अब आगे नहीं जा पाऊंगी। लेकिन अगले दिन मैं फिर तैयार थी और एवरेस्ट बेस कैंप पहुंच गई। वे कहती हैं, यह बहुत मुश्किल था, लेकिन मैं फोकस्ड रही और मेरा परिवार हमेशा साथ था।
सबसे छोटी ट्रेकर बनी, टीम ने किया चीयर
अन्विका ने कहा, एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचने का अनुभव मेरे लिए सपने जैसा था। मैं टीम में सबसे छोटी थी, सभी मेंबर्स मुझे चीयर कर रहे थे। उस पल को मैं कभी नहीं भूलूंगी। अन्विका का मानना है कि कुछ भी असंभव नहीं है, बस फोकस मत खोइए और उम्मीद मत छोड़िए।