कंपनी संचालकों के खिलाफ देर रात तक जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक खरोरा में उमाश्री राइस मिल के परिसर में मोजो
मशरूम कंपनी है। जौनपुर निवासी विपिन तिवारी, विकास तिवारी, नितेश तिवारी खुद को कंपनी का संचालक बताते हैं। तीनों ने जौनपुर के रवि और गोलू को अपने परिवार व रिश्तेदारों को कंपनी में काम करने के नाम पर 2 जून को बुलाया। सभी मोजो कंपनी पहुंचे। पहले तो सभी के मोबाइल रख लिए गए।
CG News: रात 2 बजे उठाकर कराया जाता था काम
सभी को रात 2 बजे उठाकर काम कराया जाता था। उनको पैसे भी नहीं देते थे। दोपहर 3 बजे खाना देते थे। इसके बाद रात 2 बजे। काम करने के बाद उन्होंने पैसों की मांग की, तो तीनों उनसे मारपीट करते थे। विपिन बेलचा से पीटता था। किसी को कंपनी से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। 2 जुलाई को गोलू और रवि अपने परिवार के साथ कंपनी से भाग निकले। करीब 20 किलोमीटर पैदल चलकर रायपुर बस स्टैंड पहुंचे। इसके बाद कुछ लोगों की मदद से वे एसपी कार्यालय पहुंचे। घटना की लिखित शिकायत की। पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने कंपनी में छापा मारा। रवि और गोलू ने बताया कि पैसा मांगने पर बेलचा, चाकू से वार करते थे। उन्हें घरेलू काम करने के बहाने
रायपुर लाया गया था।
प्रशासन की टीम ने मारा छापा
CG News: प्रशासन की टीम ने कंपनी में छापा मारा। मौके पर महिला-पुरुष के अलावा 47 नाबालिग मिले। सभी को वहां से छुड़ाकर इंडोर स्टेडियम लाया गया। देर रात तक उनके बयान लिए गए। नाबालिगों से सीडब्ल्यूसी की टीम ने पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक कई मजदूरों से मारपीट भी गई है। महिलाओं और नाबालिगों से बदसलूकी की भी शिकायतें हैं। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। देर रात तक कंपनी संचालकों के खिलाफ किसी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया। सभी मजदूर एमपी, बिहार, यूपी के रहने वाले हैं।