CG News: सीएम से मिले लेकिन..
घोषणा को 1 साल 3 माह से ज्यादा हो गए हैं। पद्मश्री भारती बंधु ने हाल ही में सांसद बृजमोहन अग्रवाल के एक व्हाट्सअप ग्रुप में भी इसे लेकर सार्वजनिक मैसेज शेयर करते हुए पेंशन 25 हजार रुपए करवाने का अनुरोध किया। वहीं, चार माह पहले भी पद्मश्री अनुज शर्मा, पद्मश्री अनूप रंजन पांडेय, पद्मश्री मदन सिंह चौहान, पद्मश्री उषा बारले, पद्मश्री डॉ पुखराज बाफना, पद्मश्री फूलबानस बाई यादव आदि करीब 10 पद्मश्री मुख्यमंत्री से मिलने गए थे, लेकिन वहां से भी आश्वासन ही मिला है। पद्मश्री भारती बंधु: कलाकारों का इतना सम्मान क्यों नहीं?
कला जगत में उत्कृष्ट कार्य के लिए 2013 में पद्मश्री से सम्मानित सूफी गायक स्वामी जीसीडी भारती (भारती बंधु) का कहना है कि तत्कालिन संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पद्मश्री को 25 हजार रुपए पेशन करने का ऐलान किया था। दूसरे राज्यों में पद्मश्री सम्मानितों को 25 हजार तक दिया जाता है। अफसोस की बात है कि छत्तीसगढ़ समृद्ध राज्य होने के बाद भी कलाकारों का इतना सम्मान क्यों नहीं? कलाकारों की समृध्दि से राज्य और राष्ट्र समृध्द होता है।
पद्मश्री डॉ राधेश्याम बारले: समय पर नहीं मिलती पेंशन
2021 में पद्मश्री से सम्मानित पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले बताते हैं कि पेंशन समय पर नहीं मिलती। दो-तीन माह की एक साथ भी दे देते हैं। अभी पिछले तीन माह से पेंशन नहीं आई है। बीजेपी की सरकार बनने के बाद घोषणा हुई थी कि पद्मश्री की पेंशन 20 से बढ़ाकर 25 हजार की जाएगी। वो भी अभी तक नहीं हुई है। हम सभी पद्मश्री मुख्यमंत्री से भी मुलाकार करने गए थे, चार माह हो गए हैं। कोई जानकारी नहीं आई है। अभी फिर जाने पर विचार कर रहे हैं। संस्कृति विभाग के डायरेक्टर विवेक आचार्य ने कहा कि पद्मश्री को मिलने वाली पेंशन जेएडी देखता है। संस्कृति विभाग इसमें कुछ नहीं करता है। सामान्य प्रशासन विभाग से ही कलाकारों को पेंशन दी जाती है।