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CG News: छोटे सामान, बड़ा घोटाला… जनपद पंचायत में वॉटर कूलर सप्लाई के नाम पर हो रही ये गड़बड़ी कस्टम मिलिंग के एवज में मिलने वाली रकम का भुगतान 20 रुपए प्रति क्विंटल देने पर पर बिल का
भुगतान किया जाता था। इस रकम के कलेक्शन का काम राइस मिल एसोसिएशन के तात्कालीन कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर द्वारा किया जाता था। रकम देने वाले मिलरों की सूची तैयार करने के बाद उन्हें ही कस्टम मिलिंग की रकम जारी की जाती थी। अब इस प्रकरण की सुनवाई 27 फरवरी को होगी।
इस तरह का खेल
कस्टम मिलिंग के एवज में 2022-23 में राइस मिलरों से प्रति क्विंटल 20 रुपए कमीशन लिया जा रहा था। मार्कफेड के तत्कालीन एमडी मनोज सोनी ने विपणन अधिकारी अधिकारी प्रितिका पूजा केरकेट्टा के माध्यम से रोशन चन्द्राकर को निर्देश दिया था कि केवल उन्हीं राईस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है जिनकी वसूली की राशि रोशन चन्द्राकर को प्राप्त हुई है। आयकर विभाग ने जब छापे की कार्रवाई के दौरान एक करोड़ छह लाख रुपए नगदी सहित लेन-देन के दस्तावेज सहित डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए थे।