इन जिलों के भू-जल संकट वाले विकासखंडों में भू-जल स्तर को बढ़ाने शासन स्तर पर कवायद की जा रही है। जिलों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर आगामी बरसात में कैच द रेन अभियान प्रमुखता से चलाने के निर्देश गए हैं।
CG Water Supply: अल्पकालिक और दीर्घकालिक योजना बनाने पर जोर
बता दें कि भूजल संकट से जूझ रहे 6 जिलों के 10 विकासखंडों को लेकर सीएम साय ने भी चिंता जताई है। पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि
अल्पकालिक व दीर्घकालिक योजनाएं बनाकर जलसंकट से निपटना होगा। उन्होंने रिचार्ज पिट और वर्षा जल संचयन जैसी जल संरक्षण तकनीकों को बढ़ावा देने की बात कही और अनियंत्रित भूजल दोहन पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कृषि, जल संसाधन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और वन विभागों को आपसी समन्वय के साथ कैच द रेन जैसे जल संरक्षण अभियानों को सुशासन तिहार के दौरान व्यापक रूप से प्रचारित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा भूजल स्तर में गिरावट से प्रभावित
विकासखंडों के साथ-साथ बिना जलस्रोत वाले ग्रामों की सूची भी तैयार कर इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने को कहा।
यहां भू-जल संकट
बेमेतरा : साजा बिलासपुर : तखतपुर धमतरी : धमतरी दुर्ग : दुर्ग गरियाबंद : राजिम, फिंगेश्वर कबीरधाम : पंडरिया कांकेर : चारामा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई: खैरागढ़