सोलर पैनल लगवा लेने से न सिर्फ बिजली बिलों से राहत मिलेगी बल्कि उन्हें राहत भी मिलेगी। इस पैनल के लग जाने से बिजली बिलों में 30 से 70 प्रतिशत तक की कमी आएगी। यह व्यवस्था घरेलू कनेक्शनों के लिए है, ऊर्जा विभाग के माध्यम से कृषि कार्यों और खेती के लिए भी अलग-अलग सब्सिडी स्कीम है, जिसे लागू किया गया है। अब विभागीय स्तर पर इनका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
सब्सिडी नियम… अधिकतम 78 हजार तक मिलती है
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत बिलों में तो राहत मिलती ही है, वहीं, एक किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने पर 30 हजार, दो किलोवाट प्लांट पर 60 हजार और तीन किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने पर 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी मिलती है। घरेलू उपभोक्ताओं को तीन किलो वाट का सोलर प्लांट लगाने पर भी 78 हजार रुपए की सब्सिडी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि तीन किलो वाट का सोलर प्लांट लगाने में करीब ढाई लाख रुपए तक का खर्च आता है, उसी पर सब्सिडी मिलती है।
बिल में समायोजित होगी तैयार होने वाली बिजली
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार सोलर पैनल से बनने वासली बिजली को उपभोक्ता बेच भी सकेंगे। यानी साल में एक बार उनके बिल को समायोजित किया जाएगा। यानी यदि सालभर में तीन किलो वाट के सोलर प्लांट में बिजली बनती है तो उनका मूल्यांकन जुलाई माह में किया जाएगा। इसमें बिजली कंपनी के टैरिफ रेट के हिसाब से सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को कंपनी खुद खरीद लेती है। स्मार्ट मीटर में इसे एडजस्ट कर लिया जाता है, जिसके बाद हर माह आने वाले बिल स्वत: ही कम आने लगते हैं।
बिल समायोजित कर लिए जाते हैं…
आम उपभोक्ता इस सोलर पैनल का उपयोग कर सकता है। पैनल के माध्यम से पैदा होने वाली बिजली को कंपनी सालभर में एक बार बिल में समायोजित करती है। जिससे बिलों में फायदा होता है। साथ ही उन्हें इस सोलर पैनल को लगवाने में सब्सिडी भी दी जाती है। अतिरिक्त बिजली बनने पर स्मार्ट मीटर के माध्यम से वह एडजस्ट हो जाती है। पीएम सूर्य घर मुत बिजली योजना के पोर्टल पर यह पूरी जानकारी होती है। -सुनील कुमार खरे, एसई, बिजली कंपनी, राजगढ़