CG Cyber Fraud: च्वाइस सेंटर संचालक के खाते का उपयोग करने पर मामला खुला
च्वाइस सेंटर संचालक रूपेश साहू प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस आरोपी आशुतोष शर्मा तक पहुंची और उसके खिलाफ अपराध दर्ज कर किया गया। आशुतोष शर्मा ने बताया कि श्रेणिक उर्फ अजय मेहेर निवासी वल्साड गुजरात के कहने पर आरोपी शुभम तिवारी निवासी डोंगरगढ़ व दीपक नरेडी व अन्य के साथ मिलकर उसने रूपेश साहू, अपने परिवार और अन्य परिचितों के बैंक खाते श्रेणिक को उपलब्ध कराए हैं। रूपेश ने आशंका जताई थी कि उसके बैंक ऑफ बड़ोदा के खाते में 90 हजार रुपए आने से वह फ्रीज हो गया है। उसने इस रकम के ठगी के होने की आशंका जताई थी।
कंबोडिया गया था मुख्य आरोपी
आरोपी आशुतोष के बयान के बाद साइबर सेल की टीम आरोपी श्रेणिक उर्फ अजय मेहेर को जाल बिछाकर वल्साड रेलवे स्टेशन के पास बुलाया और हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया। श्रेणिक ने बताया कि वह जून 2024 में अपने अन्य साथियों के साथ कंबोडिया गया था। वहां कसीनो में चल रहे कॉल-स्कैम सेंटर विजिट कर सारी जानकारियां हासिल कीं और उन्हें बैंक खातों से संबंधित डेटा उपलब्O कराया। ठगी की रकम आने पर कंबोडिया के कॉल-स्कैम सेंटर भेजते थे
आरोपी ने लौटकर मुंबई में अपने अन्य साथियों के साथ रहकर पुन: डोंगरगढ़ के शुभम तिवारी, राजनांदगांव के आशुतोष शर्मा, दीपक नरेडी के माध्यम से खाते की जानकारी कंबोडिया स्थित कॉल-स्कैम सेंटर में उपलब्ध कराना शुरू किया। ठगी की रकम इन्हीं खातों में आती और इसे श्रेणिक स्वयं हैंडल करता था।
फिर इस रकम को निकालकर विभिन्न माध्यमों से क्रिप्टो करेंसी में कन्वर्ट कर कंबोडिया भेजता था। इसके एवज में श्रेणिक को 8 से 9 प्रतिशत और आशुतोष व साथियों को 4 प्रतिशत एवं शुभम व दीपक को प्रति अकाउंट के एवज में 35 हजार रुपए तक कमीशन मिलता था।
50 खातों से 10 करोड़ ठगी की रकम लेन-देन का खुलासा
CG Cyber Fraud: प्रकरण में उक्त गिरोह द्वारा उपलब्ध कराए गए करीब 50 बैंक खातों के माध्यम से करीब 10 करोड़ रुपए ठगी की रकम का लेनदेन हुआ है। इसकी पुष्टि केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिकृत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल व समन्वय पोर्टल से हुई है। प्रकरण में म्युल बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने वाले आरोपी शुभम तिवारी और दीपक नरेडी को गिरफ्तार किया गया है। मोहित गर्ग, एसपी: अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बैंक एकाउंट लेकर कंबोडिया स्थित स्कैम-कॉल सेंटर भेज भारतीयों से करोड़ो की ठगी करने का खुलासा हुआ है। 50 बैंक एकाउंट से 10 करोड़ रुपए लेन-देन करने का मामला सामने आया है।