यह होगी प्रक्रिया और ऐसे मिलेगी रिपोर्ट
चिकित्सालय प्रशासन के अनुसार मरीज जब काउंटर से पर्ची लेगा उसी समय सभी जानकारी सहित फोन नम्बर भी लिखे जाएंगे। इस पर बार कोड और क्यूआर कोड जनरेट होंगे। रोगी जब चिकित्सक के पास जाएगा तो उनके जांच लिखने पर वह लेबोट्ररी में सेम्पल देने जाएंगे तो सेम्पल ट्यूब पर बार कोड चस्पा कर दिया जाएगा। उसकी जांच के बाद उसका डाटा कम्प्यूटर के माध्यम से सर्वर में सेव होगा। वहां पर सेव होने पर मरीज क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी रिपोर्ट देख सकेंगे। इसके साथ ही चिकित्सालय प्रशासन ने वाट्सएप का डाटा भी ले लिया है, जिससे वह मरीज को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
56 प्रकार की होती है जांच
चिकित्सालय में सीबीसी, किडनी फंक्शन टेस्ट, यूरिन की जांच, लीवर, हारमोन जांच और शुगर सहित 56 प्र्रकार से अधिक जांच की जाती है। लेबोट्ररी में प्रतिदिन 250 से 300 के करीब सेम्पलों की जांच होती है। कई जांच रिपोर्ट शाम को मिलती थी, इसके कारण रोगियों अथवा उनके परिजनों को वापस आना पड़ता था।
काफी दिनों से कर रहे थे प्रयास
मरीजों की जांच रिपोर्ट को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए काफी समय से प्रयास किए जा रहे थे। कई दिनों तक ट्रॉयल भी की। अब सोमवार से यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। क्यूआर कोड से स्कैन करने पर रिपोर्ट देखी जा सकेगी साथ ही मोबाइल पर भी उपलब्ध कराई जाएगी।