दरअसल, खटखरी को नगर परिषद बनाने की मांग कोई नई नहीं है। यह मांग कई सालों से लंबित थी। जब पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान मऊगंज के दौरे पर आए थे। उस दौरान भी उन्होंने यह मांग उठाई थी। क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल के द्वारा भी सीएम डॉ मोहन यादव के सामने रखा गया था।
आपकों बता दें कि, किसी जगह को नगर परिषद का दर्जा तभी दिया जा सकता है। जब वहां की आबादी 20 हजार से ज्यादा और 50 हजार के कम हो। खटखरी सभी मापदंडों पर खरा उतरा। अब नई नगर परिषद बनने के बाद ग्राम पंचायतों में कार्यरत कर्मचारियों का संविलियन नगर परिषद खटखरी में किया जाएगा।