321 छात्राओं ने की गीता क्विज में भागीदारी
सागर. ईएफए पं.रविशंकर शासकीय विद्यालय में गीता जयंती मनाई गई। गीता महोत्सव के अवसर पर 26 नवम्बर से 29 नवम्बर तक गीता क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें कक्षा 9वीं से 47, कक्षा 10 वीं से 72, कक्षा 11 वीं 96 एवं कक्षा 12 वीं से 106 छात्राओं ने भाग लिया। इन प्रतिभागी 321 छात्राओं के साथ शिक्षकों ने भी गीता महोत्सव का सीधा प्रसारण देखा। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेन्द्र प्रताप तिवारी ने कहा कि गीता मात्र ग्रंथ नहीं एक कालजई रचना है। धर्म से ऊपर उठकर यह कर्तव्यपालन की परिपाटी है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण के अलावा इसका व्यवहारिक महत्व भी है जिसका अनुसरण हम सभी को करना चाहिए। गीता क्विज की प्रभारी डॉ. शुभा मिश्रा रहीं। डॉ. ख्याति बेलापुरकर ने श्लोकों का पाठ किया। इस अवसर पर संदीप राय, अशोक पटैल, नीरज पुरी गोस्वामी, शशांक धूपड़, रंजीता जैन, रिंकी राठौर, शोभना ढिमोले, मधुलिका जैन, मीनाक्षी पटैल, ट्विंकल ताम्रकार आदि उपस्थित रहे।
जय माता दी झूलेलाल शरण मंडली ने गीता जयंती मनाई
सागर. सिंधी कॉलोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में बुधवार को केक काटकर गीता जयंती मनाई गई। लालाराम मेठवानी ने बताया कि मान्यता है कि मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन ही अर्जुन के साथ-साथ हनुमान, बर्बरीक और संजय को गीता का ज्ञान मिला था। इस दिन गीता के पाठ से मुक्ति, मोक्ष और शान्ति का वरदान मिलता है। गीता के पाठ से जीवन की जानी-अनजानी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। इस मौके पर सिंधु संस्कार समिति के राजेश मनवानी, महिला अध्यक्ष दिया राजपूत, मोनिका मेठवानी, कनक लोटवानी, मोना जुगवानी, सनाया नागवानी, ममता तलरेजा, सोनू जसवानी, विजय लालवानी, रैना गोकलानी, दिपांशु नागदेव, काजल रोहरा संहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।