भागवत को ग्रहण करते हैं तो यह महोत्सव बन जाता है : डॉ. दिनेशाचार्य
सागर. गोपालगंज स्थित सांई कृपा परिसर में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिवस पर काशी बनारस के कथा वाचक डॉ. दिनेशाचार्य महाराज ने भागवत के महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भागवत अपने आप में एक उत्सव है और जब सब भक्तजन इसको श्रवण करते हैं तो यह महा महोत्सव बन जाता है।
सागर. गोपालगंज स्थित सांई कृपा परिसर में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिवस पर काशी बनारस के कथा वाचक डॉ. दिनेशाचार्य महाराज ने भागवत के महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भागवत अपने आप में एक उत्सव है और जब सब भक्तजन इसको श्रवण करते हैं तो यह महा महोत्सव बन जाता है। उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छा आचरण करना ही मंगलाचरण है। श्रीमद् भागवत कथा में व्यास भगवान मंगलाचरण आरंभ करते हैं। प्रथम स्कंध के प्रथम अध्याय के प्रथम श्लोक में वंदना करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान ही सबके मूल हैं। कथा में आयोजक राजेश सैनी, डॉ. रूपाली सैनी, किशन अग्रवाल, दीप्ति रायकवार, गीता दक्ष, हरिनारायण सैनी व शीतल सैनी आदि मौजूद रहे।
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