एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य सुधीर तिवारी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों से मूल्यांकन कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल के हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत विषय का मूल्यांकन शुरू हो गया है। वहीं हॉयर सेकेण्डरी में हिंदी-अंग्रेजी, भूगोल, अर्थशास्त्र, भौतिक शास्त्र, जीवविज्ञान, पशुपालन लेखा कर्म, क्रॉप प्रोडेक्शन एंड एग्री कल्चर व एनाटॉमी
विषय का मूल्यांकन शुरू हो गया है। मूल्यांकन कार्य के पहले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के अनुसार ही शिक्षकों को मूल्यांकन करना है।
मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों ने बताया कि 12वीं कक्षा के हिंदी विषय में भी एक छात्र ने परीक्षा में पास करने के लिए गुहार लगाई है। उसने उत्तर पुस्तिका में लिखा है कि मैं गरीब का बेटा हूं। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है, इसलिए मुझे पास जरूर कर देना। 10वीं कक्षा में संस्कृत विषय की एक कॉपी में छात्र ने परीक्षा में पास करने की गुहार लगाते हुए कहा कि मैं परीक्षा के समय बीमार हो गया था मुझे पास कर देना।