छतरपुर. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा हमेशा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के पास होता है, और जहां भी इन वीवीआईपी का कार्यक्रम होता है, वहां एसपीजी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा गाइडलाइन तय करती है। इस गाइडलाइन को ब्लू बुक और यलो बुक कहा जाता है, जो पूरी तरह से गोपनीय होती है। बागेश्वर धाम में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन ने इस ब्लू बुक का पालन करते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
ब्लू बुक के तहत पीएम के दौरे के दौरान सुरक्षा में तैनात होने वाली फोर्स, इमरजेंसी से निपटने की तैयारियां और निगरानी व्यवस्था पूरी तरह से तय की गई है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री के खजुराहो दौरे के दौरान खजुराहो एयरपोर्ट और आसपास का क्षेत्र नो फ्लाइंग जोन रहेगा। साथ ही सुरक्षा के लिए 2500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे और पूरे इलाके की निगरानी के लिए 100 से ज्यादा कैमरे लगाए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था में 25 आईपीएस और 100 क्लास टू अफसरों को तैनात किया गया है।
ब्लू बुक में क्या लिखा है? ब्लू बुक में प्रधानमंत्री समेत अन्य वीआईपी, वीवीआईपी की सुरक्षा की पूरी जानकारी होती है और फुल ड्रिल के बारे में जानकारी लिखी होती है। इसमें हर एक सिनेरियो को लेकर हर एक प्रोसिजर लिखा है और इसे कुछ कुछ समय पर अपडेट कर दिया जाता है। इसमें वीवीआई की सुरक्षा के लिए माइक्रो और मैक्रो स्टेप लिखे होते हैं, जो अपनाए जाते हैं। जैसे इस किताब में लिखा है कि जब भी प्रधानमंत्री किसी दौरे पर जाते हैं तो एसपीजी पहले अग्रिम सुरक्षा संपर्क करती है, जिसमें पहले एक रैकी की जाती है और उसके हिसाब से प्लान बनता है। फिर तय प्लान के हिसाब से पीएम का रूट और कार्यक्रम तय होता है। वहीं दूसरी बुक है यलो बुक, यलो बुक की बात करें तो इसमें स्टेट पुलिस और सिक्योरिटी एजेंसी की जिम्मेदारियों के बारे में लिखा है। साथ ही इसमें हर गणमान्य व्यक्ति की सिक्योरिटी की कैटेगरी के बारे में लिखा होता है। साथ ही इसमें प्रोटोकॉल अरेंजमेंट की जानकारी लिखी होती है और गृह मंत्रालय सीक्रेट एंजेंसी के इनपुट के जरिए गाइडलाइन जारी करते रहते हैं।
प्रधानमंत्री के दौरे का धाम को मिला कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को बागेश्वर धाम के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए छतरपुर पहुंचेंगे। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर 12.30 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पर उतरेंगे। इसके बाद 15 किमी दूर स्थित गढ़ा गांव के हेलिपैड पर 12.50 बजे पहुंचेंगे। वहां से प्रधानमंत्री बागेश्वर बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए 3 किमी दूर जाएंगे। मंदिर से वे सीधे मुख्य पंडाल के पीछे बने ग्रीनरूम में जाएंगे, जहां कार्यक्रम के लिए तैयारियां की जा रही हैं। मंच पर प्रधानमंत्री कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास करेंगे और इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री दोपहर 2.10 बजे गढ़ा गांव के हेलिपैड से खजुराहो एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। हालांकि, प्रशासन के पास इस कार्यक्रम की अंतिम जानकारी अभी तक नहीं आई है, यह प्रारंभिक सूचना बागेश्वर धाम मंदिर समिति के पास उपलब्ध है।