scriptनिजी स्कूलों की शुरू हुई फिर मनमानी, किताबों व फीस की सूची अब तक नहीं की चस्पा | Patrika News
सागर

निजी स्कूलों की शुरू हुई फिर मनमानी, किताबों व फीस की सूची अब तक नहीं की चस्पा

सागर. निजी स्कूलों में मनमानी फिर शुरू हो गई है। 1 अप्रेल से शुरू होने वाले नए सत्र के लिए किताबों व फीस के नाम पर अभिभावकों से ठगी की जा रही है। स्कूलों ने अपनी वेबसाइट व स्कूल के स्कूल के ब्लेक बोर्ड पर किताबों की सूची भी चस्पा नहीं की है,

सागरMar 23, 2025 / 12:19 pm

रेशु जैन

school_bba439

school_bba439

पिछले वर्ष करनी थी 261 निजी स्कूलों की जांच, 10 माह बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

सागर. निजी स्कूलों में मनमानी फिर शुरू हो गई है। 1 अप्रेल से शुरू होने वाले नए सत्र के लिए किताबों व फीस के नाम पर अभिभावकों से ठगी की जा रही है। स्कूलों ने अपनी वेबसाइट व स्कूल के स्कूल के ब्लेक बोर्ड पर किताबों की सूची भी चस्पा नहीं की है, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक कार्रवाई के कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। पिछले वर्ष भी विभाग ने 30 जून तक 12 दलों के माध्यम से स्कूलों की जांच कराई थी। 261 स्कूलों की जांच अब भी कागजों में बंद है। मनमानी करने वाले स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नियमानुसार वर्ष-2015 में लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने आदेश जारी किए थे कि एनसीईआरटी की पुस्तकों के अलावा प्राइवेट स्कूल संचालक अधिकतम 4 किताबें ही अपनी जरूरत के मुताबिक चला सकते हैं। स्कूल संचालक चार की जगह महंगी-महंगी किताबें चला रहे हैं। इन किताबों के दाम हजारों रुपए हैं। यही वो किताबें होती हैं जो स्कूल संचालक फिक्स कर देेते हैं, जो उनकी बताई गई स्टेशनरी की दुकानों पर ही मिलती है। मजबूरन अभिभावक इन किताबों को खरीदतें हैं।
11 से 30 जून तक चलाया था अभियान
निजी विद्यालय फर्जी व डुप्लीकेट पाठ्यपुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल करते हैं। इस बिंदु पर 11 जून से 30 जून तक विशेष अभियान चलाकर जांच पूर्ण करने और विद्यालयों को चिंहित कर अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित प्रकाशक व बुक सेलर्स के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन निजी स्कूलों की जांच के प्रतिवदेन आज दिनांक तक प्राप्त नहीं हुए है।
12 दलों ने की थी 26 बिंदुओं पर जांच
पिछले वर्ष 12 दलों ने निजी स्कूल अधिनियम के आधार पर करीब 26 बिंदुओं पर स्कूलों की जांच की थी। निरीक्षण के दौरान टीमें स्कूल शुल्क, किताबें, यूनिफार्म, पालक बैठक, खेल सुविधाएं, लैब, परिवहन, सुरक्षा, भवन में जरूरी उपाय, स्टेशनरी, बैग, जूता, टाई, स्कूल फीस में लिए जाने वाले शुल्क और उनके एवज में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली गई थी। इनके प्रमाणन के लिए दस्तावेज भी देखे गए थे। स्कूलों में अनियमितताएं भी मिली थी, लेकिन जांच के 10 माह बाद भी अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ कि ये अनियमितताएं किस स्तर की थी। इन स्कूलों पर कोई कार्रवाई भी नहीं गई।
शहर के इन स्कूलों की हुई थी जांच
सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल
पारस विद्या बिहार स्कूल
दीपक मेमोरियल स्कूल
सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल
किड्स एकेडमी स्कूल
पर्ल पब्लिक स्कूल

वर्शन
स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वो किताबों की सूची को बोर्ड पर चस्पा करें। शासन के निर्देशों के लिए सभी स्कूलों को पालन करना होगा। अभिभावकों की शिकायतों के आधार पर स्कूलों में कार्रवाई भी की जाएगी।
अरविंद जैन, जिला शिक्षा अधिकारी

Hindi News / Sagar / निजी स्कूलों की शुरू हुई फिर मनमानी, किताबों व फीस की सूची अब तक नहीं की चस्पा

ट्रेंडिंग वीडियो