दो दशक में इसलिए आया बदलावसंभागीय मुख्यालय पर पिछले दो दशकों में कई बड़े बदलाव हुए हैं। राजघाट रोड पर बांध निर्माण, केंद्रीय विद्यालय के कारण जमीनों के दाम बड़े। तिली क्षेत्र में बीएमसी के निर्माण से जमीनों के दामों में बेहताशा वृद्धि हुई। खुरई रोड, भोपाल रोड पर अब जमीनों के दाम बढ़ना शुरू हुए हैं। मकरोनिया, फोरलेन आदि स्थानों पर नई बसाहट में रहने के शौकीन लोगों के कारण प्रॉपर्टी का कारोबार बढ़ा।
इन क्षेत्रों में बढ़ सकती है गाइडलाइन
राजघाट रोड, भोपाल रोड, रजौआ मार्ग, सिरोंजा, सिद्धगुवां, खुरई रोड, तिली, बम्होरी बीका आदि क्षेत्रों की लोकेशन पर कलेक्टर गाइडलाइन की दरें बढ़ने की बात सामने आ रही है, क्योंकि इन क्षेत्रों में नई-नई कॉलोनियां विकसित हो रहीं हैं।
इस बार बीच सेशन में बढ़ाई थीं दरें
पूर्व में कलेक्टर गाइडलाइन के निर्धारण में विभाग के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन जब से संपदा-2.0 पर काम शुरू हुआ है, तो सॉफ्टवेयर की मदद से आसानी से किस स्थान पर तय गाइडलाइन से अधिक दर पर रजिस्ट्री हुई है, इसकी जानकारी मिल जाती है। यही वजह है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 71 लोकेशन पर मिड सेशन में कलेक्टर गाइडलाइन को रिवाइज्ड किया गया था।
अब शनिवार को भी खुलेगा कार्यालय
वित्तीय वर्ष के समापन को ध्यान में रखते हुए लोगों को सुविधाएं देने के लिए अब वरिष्ठ जिला पंजीयक कार्यालय के साथ सभी उप पंजीयक कार्यालय भी शनिवार को अवकाश के दिन खुले रहेंगे। कार्यालयों में अन्य वर्किंग डे के तहत ही कार्य होगा। यह आदेश फिलहाल फरवरी माह के लिए ही जारी किया गया है।
कल बैठक है
कलेक्टर गाइडलाइन पर काम चल रहा है। सोमवार को जिला मूल्यांकन समिति की पहली बैठक आयोजित होगी। कुछ लोकेशन पर वृद्धि प्रस्तावित की गई है। – निधि जैन, वरिष्ठ जिला पंजीयक