1.40 घंटा देरी से चले राज्यरानी तो फायदा-
रेलवे से जुड़ेे अधिकारियों की मानें दमोह-भोपाल के बीच चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस (22162) सुबह 5.20 बजे सागर रेलवे स्टेशन से निकल जाती है, जिससे छात्र, कर्मचारी व रोज यात्रा करने वालों को ट्रेन पकडऩा मुश्किल हो जाता है। यदि सुबह 7 बजे ट्रेन चले तो अधिकांश लोगों को फायदा होगा। इस ट्रेन के भोपाल पहुंचाने के समय को 4 घंटे से कम किया जाए। इसमें भीड़ ज्यादा होती है, इसलिए कोचों की संख्या 20 की जाए व एक स्लीपर कोच भी जोड़ा जाए।
मकरोनिया में 2 मिनट का ठहराव जरूरी-
मकरोनिया स्टेशन पर दयोदय (12181/82) और गोंडवाना एक्सप्रेस (22181/82) का ठहराव जरूरी है। शिकायतें आ रहीं हैं कि मकरोनिया क्षेत्र में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, कर्मचारी व सैनिक परिवार निवास करते हैं, इसलिए इन ट्रेनों का 2 मिनट का ठहराव अनुमोदित किया जाए।
खुरई में कोच तलाशने दौड़ें लगा रहे यात्री-
खुरई रेलवे स्टेशन पर डिजिटल कोच पोजीशन डिस्प्ले बोर्ड न होने से ट्रेन आने के बाद यात्री कोच तलाशने दौड़ें लगाने मजबूर हो जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्गों व महिलाओं को होती है। खुरई से बड़ी संख्या में यात्री भोपाल-जबलपुर की ओर यात्रा करते हैं इसलिए खुरई स्टेशन पर दयोदय (12181/82) व ऊर्जाधानी (22165/66) ट्रेन के ठहराव की मांग हो रही है।
अब पार्किंग की भी शिकायतें-
रेलवे ग्रुप में पिछले 2 माह से पार्किंग की शिकायतें भी आ रहीं हैं। जिसमें कहा जा रहा है कि सागर रेलवे स्टेशन के दोनों प्लेटफार्म के बाहर पिछले 6 माह से पार्किंग ठेका बंद चल रहा है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है। पार्किंग से वाहन चोरी होने का अंदेशा रहता है, यात्रियों से अवैध वसूली भी हो रही है। -रेलवे अप-डाउनर्स प्रोग्रेसिव वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश सेन व पूरी समिति अपने-अपने मंडल क्षेत्र में रेलवे अधिकारियों के समझ यह समस्याएं रखते हैं। अपने यहां की समस्याएं सागर सांसद डॉ. लता वानखेड़े व जबलपुर रेल मंडल तक पहुंचाई जाती हैं।
मोहम्मद इरशाद, सदस्य रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति।