Pahalgam Attack : कश्मीर के पहलगांव में हुए आतंकी हमले पर दुख जताते हुए सांसद इमरान मसूद ( MP Imran Masood ) ने कहा है कि आतंकियों के साथ कोई रियायत नहीं होनी चाहिए सरकार सख्ती से इन्हे कुचले।
इमरान मसूद ने कहा कैसे अपना दर्द बयां करूं शब्द नहीं मेरे पास
इमरान मसूद मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, ‘मैं तीन दिन पहले कश्मीर में ही था, लोग घूम रहे थे, सैलानी रात 11 बजे तक टहल रहे थे, बहुत अच्छा लग रहा था, सब कुछ शांत था, बहुत अच्छा और सुंदर माहौल था, जिस तरह से आतंकी हमला हुआ है वह बेहद निंदनीय है, जिस निर्दयता से लोगों के मारा गया है उसके लिए शब्द नहीं है कि किस तरह से अपने दुख को बयां करूं” इमरान मसूद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आतंकियों के साथ कोई रियायत नहीं होनी चाहिए सरकार को इन्हे सख्ती से कुलचना चाहिए।
सहारनपुर सांसद इमरान मसूद
बयान देते हुए भावुक दिखे इमरान मसूद
इमरान मसूद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए थोड़े भावुक भी दिखे। बोले कि हमारा तो बिल्कुल क्लियर स्टेंड है कि आतंकियों के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए। आतंकियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए। इमरान मसूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान से भी सहमत दिखे जिसमें पीएम ने कहा है कि, इस आतंकी हमले पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी, जघन्य अपराध करने वालों के बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर इमरान मसूद ने कहा कि, बिल्कुल एकदम सही है, प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं उस पर अमल करना चाहिए और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इस सवाल पर नहीं बोले इमरान मसूद
कश्मीर में हुए आतंकी हमले में दहशतगर्दों ने नाम और धर्म पूछा फिर गोली मार दी, एक व्यक्ति की पत्नी ने कहा कि जब मेरे पति को मार दिया तो मुझे भी मार दो लेकिन आतंकियों ने उस विवाहिता को नहीं मारा और कहा कि मोदी के बता देना इसलिए तुम्हे छोड़ रहे हैं। यह पूछने पर इमरान मसूद फिर से भावुक होते हुए दिखाई दिए और बोले कि देखिए घटना बेहद दुखद है निशब्द है। मेरे पास शब्द नहीं हैं जिनमें मैं इस घटना पर अपना दुख बयां कर सकूं।
पूरे देश में हो रही निंदा
पूरे देश में पहलगाम में आतंकी हमले की निंदा की जा रही है। सरकार भी इस इस घटना के बाद बड़े एक्शन के मूड़ मे हैं। संसद में सरकार का विरोध करने वाले नेता भी इस मुद्दे पर एकजुट हैं और सभी मांग कर रहे हैं कि आतंकियों को मुह तोड़ जवाब दिया जाए। ऐसा जवाब दिया जाए कि आने वाले समय में कोई भी आतंकी संगठन इस तरह की हरकत करने की हिम्मत ना जुटा सके।