जबलपुर से आए युवक की हुई मौत
जबलपुर निवासी गोलू नाम का युवक अपने चार साथियों के साथ धाम पर कथा सुनने पहुंचा था। तेज गर्मी के कारण चक्कर आकर बेहोस हो गया। उसे इलाज के लिए अत्त्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इससे पहले शनिवार को कानपुर निवासी वीरेंद्र स्वरूप नामक वृद्ध की मौत हुई थी।
जिस पर भोले बाबा का हो आशीर्वाद, उसका क्या दुनिया के कष्टों से सरोकार
धाम पर कथावाचक पंडितप्रदीप मिश्रा ने कहा कि जिस पर भोले बाबा का हो आशीर्वाद, उसका क्या दुनिया के कष्टों से सरोकार। जिसका नेटवर्क भगवान शिव से रहता है, उसके नेटवर्क सबसे टूट जाते हैं। लोग कहते है धाम पर मोबाइल से बात नहीं हो पाती है, यहां पर कंकड़-कंकड़ में शंकर है। शिव से संबंध बनाने के लिए पूरी आच्या के साथ शिव पर भरोसा करो। मिश्रा ने कहा कि मधुमक्खी और मनुष्य की प्रवृत्ति एक जैसी होती है। जैसे मधुमक्खी पुष्पों से रस लाकर उत्ते में जमा करती हैं और वैसे ही मनुष्य जोड़ने की प्रक्रिया में उम्रभर लगा रहता है, लेकिन एक दिन सब कुछ हाथ से निकल जाता है। मिश्र ने कहा कि कुबेरेश्वर धाम रुद्राक्ष महोत्सव साल में एक बार भव्य आयोजन करता है, जिसके कारण सामूहिक रूप से विवाह सम्मेलन करने में परेशानी आएगी, लेकिन वितृलेश सेवा समिति धाम पर प्रतिदिन एक कन्या का विवाह करेगी। साल में करीब 365 से अधिक कन्याओं का निशुल्क विवाह कर कन्यादान किया जाएगा। पंडित मिश्रा ने कथा में कहा कि शंकर भगवान का चरित्र विश्वास का चरित्र है। महादेव आपको कभी डूबने नहीं देगा, उसपर सच्चा विश्वास होगा तो वह हाथ पकड़ खींच बाहर कर देगा। शिव महापुराण की कथा कहती है शिवजी की आपसे नबिल्वपत्र चाहिए न चावल का दाना। शिवजी तो कहते हैं मैं भी भगवान के नाम में डूबा रहता हूं। तुम भी परमात्मा के नाम में डूबे रहो। कथा के बीच में कथावाचक ने कुछ पत्रों का उल्लेख करते हुए बताया कि कुछ माताओं ने उन्हें पत्र भेजा है। उनमें से कुछ पत्रों को पढ़कर सुनाया। अमेरिका से आए परिवार ने बताया कि वह पडित मिश्रा की कथा सुनने के लिए तमाम जगहों पर जाते हैं। उनकी कथा सुनकर एक अलग ही प्रकार की अनुभूत्ति होती है। मन शांत हो जाता है। परिवार के लोगों ने बताया कि यह कथा समाप्त होने तक धाम के पास में ही होटल लेकर रह रहे हैं।