कलेक्टर बालागुरु के ने बताया कि इस एप के जरिए वह उपभोक्ता ई-केवायसी कर सकते हैं, जिनके पीओएस मशीन में फिंगर नहीं आ रहे है। स्वयं ई-केवायसी के लिए राशनकार्डधारी उपभोक्ताओं को अपने स्मार्टफोन में प्ले स्टोर से ‘मेरा ई-केवायसी’ एप डाउनलोड करना होगा। इस एप पर फेस के जरिए ई-केवाईसी होगा।
ये है स्टेप्स
-सबसे पहले एप डाउनलोड करना है। -फेस ई-केवाईसी डाउनलोड करने की प्रक्रिया को निर्देश मिलने पर अपने फोन में अलाऊ करें। -एप डाउनलोड होने के बाद अपना स्टेट मध्य प्रदेश का चयन करें, उसके बाद हितग्राही का आधार नंबर दर्ज करें। -आधार नंबर दर्ज होने के बाद जनरेट ओटीपी का चयन करें, हां, यह ओटीपी आधार में दर्ज मोबाइल नंबर पर ही ओटीपी प्राप्त होगा। -इस ओटीपी को दर्ज कर हितग्राही की जानकारी प्रदर्शित होगी, उसके बाद फेस इकेवाईसी के ऑप्शन का चयन कर हितग्राही का फोटो लेना है।
-फोटो लेते समय हितग्राही को अपनी आंखों की पलकों को दो बार झपकाना है। इसके बाद सफलता पूर्वक ई-केवाईसी का मैसेज प्राप्त होगा।
31 मई है आखिरी तारीख
कलेक्टर बालागुरू के ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि पीओएस मशीन में हितग्राहियों के फिंगर प्रिंट नहीं आने पर वे एप के माध्यम से ई-केवाईसी कराएं। ई-केवायसी के लिए 31 मई अंतिम तिथि निर्धारित है। जिले में पूरी ताकत लगाने के बाद प्रशासन अभी 9 लाख 21 हजार के आसपास ही पात्र हितग्राहियों का ई-केवायसी करा सका है। दो दिन में एक लाख हितग्राहियों का ईकेवायसी होना है। बताया जा रहा है कि ई-केवायसी नहीं होने पर एक जून से इन हितग्राहियों का पीडीएस दुकान से मिलने वाला राशन बंद हो जाएगा।
कैंप लगाए, घर-घर ईकेवायसी के लिए दस्तक
जिले में सभी पात्र हितग्राहियों का ई-केवायसी कराने के लिए प्रशासन की तरफ से पूरी ताकत लगाई जा रही है। पहले कलेक्टर ने ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर पात्र हितग्राहियों के ई-केवायसी कराए। इसके बाद मैदानी अमले को घर-घर भेजकर ई-केवायसी कराने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्र में मैदानी अमला ई-केवायसी के लिए पीओएस मशीन लेकर घर-घर दस्तक दे रहा है, इसके बाद भी जिले में अभी करीब एक लाख हितग्राहियों का ई-केवायसी नहीं हो सकता है। इस हिसाब से एक जून से जिले में इन हितग्राहियों का राशन बंद हो जाएगा।