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सीहोर

अपने बच्चे को बाहर की चीज खिलाने वाले सावधान! हर माता-पिता के लिए चेतावनी

Parents Be Careful : कई माता-पिता की शिकायत रहती है कि, उनका बच्चा ठीक से घर का कुछ खाता नहीं, इसलिए मजबूरन हमें उसका पेट भरने के लिए उसके पसंद की बाहर मिलने वाली चीजें उसे खिलानी पड़ती हैं। लेकिन..।

सीहोरMay 25, 2025 / 04:41 pm

Faiz

Parents Be Careful

हर माता-पिता के लिए चेतावनी (Photo Source- Patrika)

Parents Be Careful : आजकल अकसर छोटे बच्चे बाजार में मिलने वाली चीज पर डिपेंड हैं। कई माता-पिता की शिकायत रहती है कि, उनका बच्चा ठीक से घर का कुछ खाता नहीं, इसलिए मजबूरन हमें उसका पेट भरने के लिए उसके पसंद की बाहर मिलने वाली चीजें उसे खिलानी पड़ती हैं। लेकिन, माता-पिता का ये प्यार बच्चों के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है, यहां तक की जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसकी ताजा बानगी बयां करता एक मामला मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से सामने आया, जिसने हर अभिभावक को झकझोर कर रख दिया है।
जिले के जहांगीरपुर गांव में लाड-प्यार में परिजन ने अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे को बाजार में मिलने वाली जेली खिला दी, लेकिन ये मिठास उसके जीवन की अंतिम मिठास बन गई। मासूम आयुष लोधी के गले से होकर जेली उसकी सांस नली में फंस गई, जिसके चलते दम घुटने से मासूम की जान चली गई। जेली फंसने पर जैसे ही बच्चे की सांस अटकी, तुरंत ही उसके घर वाले दौड़कर उसे सीहोर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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दम घुटने से मासूम की मौत

Parents Be Careful
हर माता-पिता के लिए चेतावनी (Photo Source- Patrika)
दरअसल करण सिंह लोधी और उनका परिवार अपने डेढ़ साल के बेटे आयुष से बेहद प्यार करते थे। परिजन ने उसे खुश करने के लिए जेली खिलाई थी। लेकिन, जैसे ही आयुष ने जेली मुंह में रखी, वो अचानक रोने लगा और देखते ही देखते सांस खींचने लगा। परिवार के लोगों को समझ नहीं आ रहा था, कि, उनके हस्ते खेलते बच्चे को आखिर हो क्या रहा है, लेकिन जब बच्चे की हालत तेजी से बिगड़ने लगी तो वे उसे लेकर जिला अस्पताल भागे। अस्पताल में पहुंचते ही डॉक्टरों ने आयुष को मृत घोषित कर दिया। जांच में सामने आया कि जेली बच्चे के गले में अटक गई थी और उसके कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसके बाद दम घुटने से उसकी मौत हो गई।

भोजन निगलने की क्षमता विकसित नहीं होती

सिविल सर्जन प्रवीर गुप्ता ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि, छोटे बच्चों में भोजन निगलने की क्षमता पूरी तरह विकसित नहीं होती। 3 साल से कम उम्र के बच्चों को गोल, चिपचिपी, सख्त या फिसलन भरी चीजें देना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ये चीजें गले में फंसकर दम घुटने का कारण बन सकती हैं। उन्होंने अन्य माता पिताओं को नसीहत देते हुए कहा कि, कोई सामान्य हादसा नहीं, यह हर माता-पिता के लिए एक गहरी चेतावनी है। प्यार में की गई छोटी-सी लापरवाही आपके अनमोल रत्न को आपसे छीन सकती है।

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