पूरा राजस्व होगा प्राप्त
विभाग ने बताया कि मीटर बंद होने से विद्युत खपत की सही रीडिंग नहीं हो पाती है। इसमें कम खपत करने वाले उपभोक्ताओं को एवरेज बिल दिया जाता है, जिससे परेशानी होती थी, वहीं जिन उपभोक्ताओं के घर खपत अधिक है उन्हें भी एवरेज बिल चुकना पड़ता था, जिससे विभाग को राजस्व की क्षति होती थी। मीटर चालू होने से उपभोक्ताओं के उनके वास्तविक खपत का बिल भुगतान करना पड़ेगा। वहीं विभाग को पूरा राजस्व प्राप्त हो सकेगा। जिससे विभाग का राजस्व बढेगा।हर रोज बदल रहे 150 से अधिक मीटर
बंद व डिफेक्टिव मीटर बदलने का लक्ष्य विभाग ने अधिकतम 5 महीने तय किया है। बीते दो महीने में शहरी व औद्योगिक केन्द्रों के मीटर बदले जा चुके हैं, शेष तीन महीने में ग्रामीण क्षेत्र के मीटर बदलने की कार्रवाई शुरू की गई है। विभागीय कर्मचारियों के साथ ही आउटसोर्स के कर्मचारी को इस काम के लिए लगाया है, जो हर दिन 150-200 मीटर बदल रहे हैं। पुराने मीटर के स्थान पर नए मीटर लगाए जा रहे हैं।बुढ़ार व ब्यौहारी में लगेंगे स्मार्ट मीटर
जिले के बुढ़ार व ब्यौहारी वितरण केन्द्र में विद्युत विभाग शत प्रतिशत् स्मार्ट मीटर लगाने की कार्रवाई करेगा। विभाग ने बताया कि इन दोनों क्षेत्र में विद्युत चोरी की शिकायत अधिक आने पर स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। इसके लिए केबली करण के साथ ही अन्य जरूरी कार्य किया जा रहा है।अब तक 38 हजार मीटर हुए चेंज
विभागीय जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में अब तक 38 हजार मीटर चेंज किए जा चुके हैं। इसके लिए विद्युत विभाग ने 35 कर्मचारियों को अलग से तैनात किया है। जो सिर्फ मीटर बदलने का कार्य ही कर रहे हैं। प्रथम चरण का कार्य लगातार जारी है, जो अब समाप्ति की ओर है। इसके साथ ही अब ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं के बंद व डिफेक्टिव मीटर बदले जा रहे हैं।इनका कहना
जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 70 हजार मीटर सर्वे के दौरान बंद पाए गए थे, जिन्हें बदलने की कार्रवाई की जा रही है, पांच महीने के भीतर सभी डिफेक्टिव व बंद मीटरों को बदल दिया जाएगा। अब तक 38 हजार मीटर बदले जा चुके हैं।
दिनेश कुमार तिवारी, कार्यापलन अभियंता