उसे एक दलाल राजेश पुत्र जगदीश कुशवाह निवासी चंदनपुरा व रामनिवास रावत के साथ मिलकर सीताराम गौड, विजय गौड, कन्हैया गौड, रवि विश्वकर्मा, धन्नो गौड, आंनदी गौड, महादेवी विश्वकर्मा के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय जाकर विक्रय पत्र संपादन करा दिया।
रजिस्ट्रार कार्यालय की भूमिका संदिग्ध
जब इस मामले की शिकायत एसडीएम उमेश कौरव के पास आई तो उन्होने पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि इन सभी लोगों ने मिलकर शासकीय जमीन को ही खुर्द-बुर्द कर दिया। इस मामले में एसडीएम कौरव ने नगर पालिका सीएमओ को आदेश जारी किए है कि वह इन सभी लोगों के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराए। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय की भूमिका भी संदिग्ध है। इसलिए वह भी इस कार्रवाई की जद में आ सकते है। ये भी पढ़ें: एमपी में इस योजना से 5 लाख तक फ्री में इलाज, फोन पर ले सकेंगे अपॉइंटमेंट यह बोले एसडीएम
मामले में उक्त लोगों ने मिलकर 5 करोड़ की शासकीय जमीन को ही खुर्द-बुर्द करने का प्रयास किया। इन लोगों ने नगर पालिका की फर्जी एनओसी बनाकर कूटरचित दस्तावेजों की मदद से जमीन का विक्रय पत्र संपादित करा दिया। मैंने नपा अधिकारी को आदेशित किया है कि वह इस मामले में एफआईआर दर्ज कराएं।- उमेश कौरव, एसडीएम, शिवपुरी