जर्जर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की नहीं कराई जा रही मरम्मत
बता दें कि शहर में दो दर्जन से अधिक नगर पालिका के शॉपिंग कांप्लेक्स हैं। इनमें से करीब आधा दर्जन शॉपिंग कांप्लेक्स चार दशक पुराने हो चुके हैं। कुछ का निर्माण विशेष प्राधिकरण सांडा के तहत कराया गया था, जो बाद में विशेष प्राधिकरण सांडा के निरस्त होने के बाद नगर पालिका के अधीन हो गए थे। शॉपिंग कांप्लेक्स में निर्मित दुकानें नीलामी के माध्यम से व्यापारियों को आवंटित कर दी गई है, जिससे मालिकाना हक तो दुकान स्वामियों के पास है, लेकिन नगर पालिका द्वारा दुकान मालिकों से विभिन्न कर वसूले जाते हैं, जिसमें मेंटीनेंस शुल्क भी शामिल है।
दो-तीन हजार किराया
नगर पालिका द्वारा शॉपिंग कांप्लेक्स की दुकानों का दो से तीन हजार रुपये प्रतिमाह के मान से किराया वसूला जा रहा है। प्रति वर्ष दुकान किराया में वृद्धि भी की जा रही है। नगर पालिका अधिनियम के अनुसरार किराया का निर्धारण किया गया है। किराया की वसूली में तो नपा का जोर है, मरम्मतीकरण में नहीं।
इन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की हालत जर्जर
शहर के आधा दर्जन शॉपिंग कांप्लेक्स की हालत जर्जर हो चुकी है, इसमें मुख्य रूप से रेस्टोरेंट शॉपिंग कांप्लेक्स गोल मार्केट व छत्रसाल स्टेडियम से लगा छत्रसाल शॉपिंग कांप्लेक्स शामिल हैं। इसके छत की हालत काफी खराब है, बारिश में पानी टपकता है और अंदर छत का प्लास्टर गिरता रहता है। वहीं छज्जे का भी प्लास्टर उखड$कर गिरता रहता है। लोहे की छड़ दिखने लगी है। इसके अलावा संजीवनी पालिका बाजार शॉङ्क्षपग कांप्लेक्स, नगर पालिका कार्यालय से लगा पुष्पांजलि भवन जिसमें पूर्व में नगर पालिका कार्यालय का संचालन होता था, अब किराये पर मलेरिया विभाग का कार्यालय संचालित है, जर्जर स्थिति में है। वहीं कलेक्ट्रेट तिराहा स्थिति करूणा कांप्लेक्स, पीएन शॉपिंग कांप्लेक्स जर्जर स्थिति में हैं।
जल्द जर्जर कॉम्प्लेक्सों की होगी मरम्मत
शॉपिंग कॉप्लेक्स का सर्वे करवा लिया गया है, जिसकी मरम्मत के लिए स्टीमेट बनवाया जा रहा है। जल्द ही जर्जर कॉप्लेक्सों का मरम्मत करवा दिया जाएगा।-मिनी अग्रवाल, सीएमओ, नपा सीधी