पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित रिटायर्ड फौज के ड्राइवर शीशराम 42 वर्ष निवासी आदर्श नगर पिपराली रोड सीकर ने बताया कि वह भारतीय सेना से रिटायर्ड फौज के ड्राइवर है। 2016 से 2018 तक उनकी ड्यूटी फिरोजपुर, पंजाब में थी। उस समय सेवानिवृत्त कर्नल दीपक सिंह के साथ अच्छे संबंध थे। दीपक सिंह सेना से रिटायर्ड होने के बाद अपने दोस्त के साथ बेंगलुरु की एक कंपनी डीएसजी बलिटेक प्राइवेट लिमिटेड में नौकरी करने लगे। दीपक सिंह ने पीड़ित शीशराम को फोन कर कहा कि वह कंपनी में डायरेक्टर है। उसने भी कंपनी में इन्वेस्ट कर रखा है। यह कंपनी 8 लाख के 1 साल में 12 लख रुपए देती है। बतौर सिक्योरिटी चेक देने की बात भी कही। दीपक सिंह, उसकी पत्नी व लड़के ने शीशराम को अपने जाल में फंसा लिया।
रुपए लेने के बाद आरोपी ने जेल भिजवाने की दी धमकी-
पीड़ित ने झांसे में आकर चेक व ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए 9 लाख रुपए कंपनी में इन्वेस्ट कर दिए। दीपक सिंह ने उसके साथी सलिल भारद्वाज को 11 लाख रुपए शीशराम से उधार दिलवा दिए। शिकायतकर्ता ने आरोपी से जब पैसे मांगे तो दीपक सिंह ने धमकी दी कि अब कुछ नहीं मिलेगा। आरोपी ने उसे धमकी दी कि अगर पैसे मांगे तो झूठे मुकदमे लगाकर जेल भिजवा दूंगा। साथी ही फौज की पेंशन बंद करवा दूंगा।