दूसरी तरफ पीजी का परिणाम नहीं आने से भी बढ़ रही चिन्ता प्राध्यापक भर्ती में पीजी अंतिम वर्ष में अध्ययनरत 40 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। भर्ती में शामिल होने की आस में बेरोजगार कई महीनों से तैयारी में जुटे है। एक तो भर्ती में पद कम होने और दूसरी तरफ अब तक पीजी का परिणाम नहीं जारी होने से बेरोजगारों की चिन्ता बढ़ रही है। बेरोजगारों का कहना है कि यदि समय पर परिणाम जारी नहीं हुआ तो उनकी नौकरी की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। इस मामले में बेरोजगारों ने विधायकों को ज्ञापन देकर जल्द परिणाम जारी कराने की मांग की है।
जिस विषय में सबसे ज्यादा टक्कर, उसी में सबसे कम पद वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में बेरोजगारों की संख्या के मुकाबे सबसे कम पद सामाजिक विज्ञान में 88 ही है। जबकि सामाजिक विज्ञान विषय की तैयारी में लगभग तीन लाख से अ धिक बेरोजगार शामिल होंगे। बेरोजगारों का कहना है कि सरकार की ओर से एक लाख पदों की भर्तियां की गई। इसके बाद भी वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में कम पद होने से इस बार सबसे ज्यादा कड़ी टक्कर रहेगी।
वरिष्ठ अध्यापक: 2129 पदों पर होगी भर्ती वरिष्ठ अध्यापक भर्ती की विज्ञपित भी राजस्थान लोक सेवा आयोग ने जारी कर दी है। आठ विषयों के 2129 पदों के लिए ऑनलाइन फॉर्म 26 दिसम्बर में भरवाए गए थे। इस परीक्षा में सात लाख से अधिक बेरोजगारों के शामिल होने की संभावना है। भर्ती में हिंदी के 288, अंग्रेजी के 327, गणित के 694, विज्ञान के 350, सामाजिक विज्ञान के 88, संस्कृत के 309, पंजाबी के 64 व उर्दू विषय के नौ पद शामिल है।
प्रथम श्रेणी व्याख्याता: 2202 पदों पर भर्ती का मौका राजस्थान लोक सेवा आयोग के जरिए प्रथम श्रेणी व्याख्याता के 2202 पदों पर भर्ती होगी। इस परीक्षा में चार लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। कई विषयों में इस बार कम पद होने की वजह से टक्कर काफी कड़ी रहेगी।
डेढ़ साल में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की घोषणा नहीं शिक्षा विभाग की भर्तियों के मामले में भाजपा सरकार की व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी है। उन्होंने कहा कि प्रथम श्रेणी व्याख्याता भर्ती व वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में उम्मीदों से कम पद दिए गए है। जबकि रीट परीक्षा का परिणाम आने के बाद भी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की घोषणा नहीं हुई है।
संदीप कलवानियां, प्रवक्ता, कांग्रेस