रबी फसलों को मावठ से मिली संजीवनी
रबी में 12 लाख 35 हजार हेक्टेयर में हैं फसलें
- श्रीगंगानगर.श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिले में हुई मावठ रबी फसलों के लिए संजीवनी साबित होगी। माठव से किसानों के चेहरे चमक उठे। श्रीगंगानगर खंड में कहीं हल्की तो कहीं अच्छी बारिश हुई है। कृषि विभाग के अनुसार श्रीगंगानगर खंड में कुल 12 लाख 35 हजार 476 हेक्टेयर में रबी फसलें बोई गई हैं। इन फसलों के लिए मावठ की बारिश अमृत साबित होगी। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से नहरों में सिंचाई पानी की कमी, धुंध और नमी की कमी के चलते सरसों, चना, गेहूं और जौ जैसी फसलों में पानी की मांग बढ़ी हुई थी। रविवार रात और सोमवार अल सुबह हुई इलाके में हुई मावठ इन फसलों में अब नए उत्साह का संचार करेगी।
यहां पर इतनी बुवाई
- कृषि विभाग के अनुसार श्रीगंगानगर जिले में 4 लाख 38 हजार 858 हेक्टेयर, अनूपगढ़ में 2 लाख 98 हजार 628 हेक्टेयर और हनुमानगढ़ में 5 लाख 32 हजार 990 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विभिन्न फसलें हैं। इनमें सरसों, चना, तारामीरा, गेहूं, जौ, हरा चारा और सब्जियां शामिल हैं।
किन्नू-गाजर की गुणवत्ता और मिठास बढ़ेगी
- सहायक निदेशक सुरजीत बिश्नोई ने कहा कि मावठ से किन्नू और गाजर की फसल पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे न केवल गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि मिठास भी बढ़ेगी।सादुलशहर तहसील क्षेत्र के प्रगतिशील किसान डॉ.बालकृष्ण पंवार ने बताया कि मावठ से बागवानी को भी लाभ मिलेगा।
रबी फसलों के लिए वरदान
- श्रीगंगानगर खंड में 12 लाख 35 हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी की फसलें हैं। इलाके में रविवार रात्रि को हुई मावठ की बारिश रबी फसलों के लिए वरदान साबित होगी। बारिश से फसलों की बढ़वार होगी।
- -डॉ.सतीश कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक (कृषि), श्रीगंगानगर खंड।
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