बिल्डिंग को बड़ा नुकसान
दरअसल, शिव शक्ति मार्केट में 25 जनवरी को आग लगी थी, बुझने में तीन दिन लग गए। बुझने के बाद भी अभी हालत काबू में नहीं है। व्यापारियों को अपनी दुकानों तक जाने की अनुमति नहीं है। दरअसल, अंदर बिल्डिंग को भी बड़े नुकसान की बात कही जा रही है। ऐसे में सुरक्षा कारणों से लोगों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।फोस्टा अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने बताया कि शिव शक्ति मार्केट में 853 दुकानें है। जिनमें से अधिकतर जलकर खाक हो चुकी है। सिर्फ 150 दुकानें ही सलामत बची होने की उम्मीद है। किसी दुकान में 30 लाख तो किसी दुकान में एक करोड़ का स्टॉक था। ऐसे में मोटे तौर पर 400 करोड़ का नुकसान होने की आशंका है। इसके अलावा मार्केट की इमारत को जो नुकसान हुआ है, वो अलग है।
450 दुकानें पूरी तरह से खत्म: पुलिस
वहीं सलाबतपुरा थाना प्रभारी के.डी.जाड़ेजा ने बताया कि प्राथमिक पड़ताल में 450 दुकानें पूरी तरह से जलकर खाक होने की जानकारी मिली है। मार्केट की उपरी मंजिलों में अधिक नुकसान हुआ है। फिलहाल भूतल व ग्राउन्ड फ्लोर की दुकानों में व्यापारियों को भेज कर उनके बयान दर्ज करने की कवायद शुरू की गई है। एसवीएनआईटी से मार्केट के स्ट्रक्चर से जुड़ी रिपोर्ट मिलने के बाद ही पहली से लेकर पांचवी मंजिल तक पीडि़तों को लेकर उनके नुकसान की जांच की जाएगी। इस प्रोसेस में लंबा समय लगेगा।मेरी पांचवी मंजिल पर मितांश क्रिएशन के नाम से दुकान है। मेरी दुकान में करीब 20 लाख रुपए का स्टॉक था। अभी पुलिस ने ऊपर जाने की अनुमति नहीं दी है, लेकिन बताया जाता है कि पांचवीं मंजिल की सभी दुकानें जल चुकी हैं।
50 लाख का नुकसान: जीतेन्द्र पुरोहित, व्यापारी
मेरी सुधा साडीज के नाम से दुकान में करीब 50 लाख का स्टॉक था। दमकलकर्मियों से पता चला कि पांचवी मंजिल की दुकानें पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं। अभी तक में दुकान तक नहीं जा पाया हूं।मार्केट में हमारी एसके टेक्सटाइल के नाम से 631-33 नम्बर दुकान है। हमने दुकान की जांच की है। हमारी दुकान बच गई आग की जद में नहीं आई। कोई खास नुकसान नहीं हुआ है।
रिंगरोड स्थित शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में लगी भीषण आग काबू में आने के बाद अब तबाही का मंजर सामने आ रहा है। एक ओर जहां दुकानों में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इमारत की स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी की जांच भी की जा रही है। एसवीएनआईटी की जांच टीम ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि मार्केट की चौथी और पांचवीं मंजिल के स्ट्रक्चर को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। इस दौरान रविवार को भी दिनभर प्रभावित पांच-पांच व्यापारियों को मार्केट में जाने की अनुमति दी गई,जो अपनी दुकानों से महत्वपूर्ण सामान लेकर बाहर आए।
मनपा प्रशासन की ओर से स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी की जांच के बाद ही मार्केट में व्यापारियों को प्रवेश देने की बात कही थी, लेकिन प्रारंभिक जांच के बाद बेसमेंट और पहली मंजिल की दुकानों पर जिन व्यापारियों की दुकानें है उन्हें अब अंदर जाने की अनुमति दी गई है। रविवार को भी प्रशासन की ओर से पांच-पांच व्यापारियों के सुरक्षा निर्देशों के पालन के साथ अंदर जाने क इजाजत दी गई। हालांकि व्यापारियों को सिर्फ कम्पुटर समेत जरूरी दस्तावेज-सामान लाने की ही अनुमति दी गई थी।