परंपरा और श्रद्धालुओं का रखा जाएगा ख्याल
इस मामले में तहसीलदार सुमित गुर्जर का कहना है कि इस योजना को अमल में आने के पूर्व सभी का मत समझा जाएगा। उनका कहना था कि ओरछा की परंपरा बनी रहे और दूर-दराज के श्रद्धालुओं को इसका लाभ भी मिले इसके लिए कुछ रास्ता निकाला जाएगा। उनका कहना था कि आरती में भगवान को न दिखाते हुए श्रद्धालुओं को सशस्त्र सलामी, यहां पर बजने वाले शंख, झालर और श्रद्धालुओं को दिखाने की योजना पर काम किया जाएगा। इसके लिए सभी के सुझाव के अनुसार काम किया जाएगा।
मनाया जाएगा ओरछा महोत्सव
इसके साथ ही बैठक में तीन दिवसीय ओरछा महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है। यह उत्सव मार्च के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर ने इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग के सहायक यंत्री को दी है। वह पूरा प्रस्ताव बनाकर समिति के सचिव के पास रखेंगे।