Rajasthan: गैस जलाने के लिए अब भरना होगा बिल, बिना सिलेंडर के जलेगा चूल्हा, बिजली बिल की तरह होगा भुगतान
New Gas Pipeline Connection: कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि उनका मकसद हर घर में कनेक्शन देना है। इसी के तहत कंपनी हर क्षेत्र में सर्वे के साथ ही लाइन डालने का काम कर रही है।
मोहम्मद इलियास Udaipur News: शहरवासियों को दिसबर माह तक रसोई गैस सिलेेंडर के झंझट से मुक्ति मिलेगी। पाइप लाइन के जरिए घरों तक गैस पहुंचाने का काम बाहरी क्षेत्रों में लगभग पूरा हो चुका है। निजी कंपनी वहां पर कनेक्शन के साथ ही मीटर लगाने का काम कर रही है। चित्तौडगढ़ से उदयपुर आने वाली मेन लाइन पूरी डल चुकी है, देबारी के निकट महज एक किलोमीटर के एक एरिया में पहाड़ी क्षेत्र का रोडा अटका हुआ है। कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि वे दिसबर तक अधिकांश घरों में सिलेंडर के बिना ही पाइप लाइन से गैस देकर चूल्हा जला देंगे। फिलहाल पाइप लाइन से गैस की सप्लाई अभी डबोक के मेड़ता गांव में चल रही है।
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि उनका मकसद हर घर में कनेक्शन देना है। इसी के तहत कंपनी हर क्षेत्र में सर्वे के साथ ही लाइन डालने का काम कर रही है। अब तक कंपनी ने हिरणमगरी सेक्टर-3 से लेकर सेक्टर 14 तक, प्रतापनगर क्षेत्र, प्रतापनगर-भुवाणा बाइपास के आसपास की कॉलोनियां, मीरानगर, सौभागपुरा सहित कई कॉलोनियों में पाइप लाइन डालने का काम पूरा कर लिया है। वहां पर कनेक्शन के साथ ही मीटर लगाए जा रहे हैं। मेन लाइन का काम पूरा होते ही एक बार इन क्षेत्रों में सप्लाई कर दी जाएगी। दिसंबर तक कई उपभोक्ताओं को घर बैठे घरेलू गैस मिल जाएगी।
गैस पाइप लाइन बिछाने को लेकर अभी कंपनी की और लगातार काम चल रहा है। पूरा काम होने में अभी 3 से 4 साल तक का समय लग सकता है। गैस लाइन बिछने पर अधिकांश घरों में गैस कनेक्शन हो जाएंगे। बिजली की खपत की तरह ही गैस के लिए मीटर लगेंगे और उसी अनुरूप उसका शुल्क लिया जाएगा।
अंदरुनी शहर में भारी दिक्कत
अंदरुनी शहर की गलियां छोटी होने व सीवरेज का मकडज़ाल होने से संबंधित कंपनी को सर्वाधिक समस्या इन्हीं क्षेत्रों में आ रही है। इन क्षेत्रों में करीब-करीब 20 से 25 हजार कनेक्शन है। इन कनेक्शन की संया को देखते हुए कंपनी यहां पर लाइन को लेकर सर्वे में जुटी है।