थानाधिकारी मुकेश चंद्र खटीक ने बताया कि 16 मार्च की रात 3.15 बजे नगर के बस स्टैंड पर लक्ष्मी लाल मेहता की दुकान पर चोरी हुई। इस पर दुकान मालिक ने 150 किलो चांदी, 20 तोला सोने के जेवर व ढाई लाख रुपए नकद चोरी होने की रिपोर्ट पुलिस को दी। इस पर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल, एडिशनल एसपी अंजना सुखवाल व डिप्टी राजेंद्र सिंह जैन के निर्देशन में चोरी का खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड हिस्ट्रीशीटर कानोड़ निवासी कालू लाल (35) पुत्र भंवर लाल भोई, सिसोदिया का गुड़ा थाना भींडर हाल डूमा तालाब पुलिस थाना कूण निवासी लक्ष्मण लाल (20) पुत्र लोगर रावत व निचला गुड़ा रेल महुड़ी थाना लसाडिया निवासी किशन लाल (19) पुत्र बापू मीणा को गिरफ्तार किया। साथ ही आरोपियों से चोरी की गई करीब 48 किलो 150 ग्राम चांदी भी बरामद की। मामले में फरार एक आरोपी की तलाश जारी है।
चोरी के बाद अपने-अपने हिस्से को छुपाया
घटना के बाद सभी आरोपियों ने अपने-अपने हिस्से का बंटवारा कर लिया। जिसमें से कालू लाल ने अपने हिस्से की चांदी की पोटली बनाकर कुएं में डाल दी। वहीं लक्ष्मण ने चांदी को जमीन में गाड़ दिया। पुलिस ने करीब 100 फीट गहरे कुएं व जमीन खोदकर चांदी बरामद की। चोरों ने बताया कि दुकान में चोरी के लिए बीते 1 साल से रेकी करते हुए सीसीटीवी मुक्त रास्तों को खोजकर वारदात को अंजाम दिया।
मौके पर छोड़ी बाइक ने खोला राज
घटना के बाद चोरी की बाइक को शातिर चोर मौके पर ही छोड़ गए। पुलिस ने जहां से बाइक चोरी हुई, वहां के बीटीएस में आए नंबरों की जांच की। गाड़ी पर लगाए गए नए इंडिकेटर पर फोकस किया तो उसमें मास्टरमाइंड कालू लाल भोई के नंबर नजर आए। इस आधार पर पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी ने सारे राज उगल दिए। पुलिस ने युवक की निशानदेही से अन्य आरोपियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया।
पुलिस के सामने चाय की चुस्की ले रहा था मास्टरमाइंड
घटना का मास्टरमाइंड शातिर कालूलाल भोई का नाम सामने आने के बाद लोग अचंभित नजर आए। बताया गया कि जिस रात की घटना थी, उसकी सुबह जब पुलिस इस पूरे घटनाक्रम का मौका मुआयना कर रही थी, उस समय मास्टरमाइंड कालूलाल भोई सामने ही स्थित एक होटल में बैठकर चाय की चुस्की ले रहा था। वह इतना शातिर था कि किसी को इसके बारे में भनक ना लगे, इसलिए वह पुलिस जांच के दौरान पुलिस के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा। आरोपी ने कई वारदातें करना स्वीकार की है, इसे लेकर पुलिस अनुसंधान में जुटी है।
कार्रवाई में इनकी रही भूमिका
लाखों की चोरी का पर्दाफाश करने में कानोड़ थाना अधिकारी मुकेश चंद्र खटीक, भींडर थाना अधिकारी पुनाराम गुर्जर, सहायक थाना अधिकारी लालू राम मीणा कानोड़, हेड कांस्टेबल लक्ष्मणलाल, चालक चेतन प्रकाश, कांस्टेबल अमित कुमार, ओमप्रकाश (विशेष सहयोग), भरत, कोमल, रिंकू सुनील वर्मा, सुनील मीणा, दशरथ, दीपक, धर्मपाल सिंह, भींडर हेड कांस्टेबल भैरूलाल मीणा, सीताराम, गोविंद, केवल, खेमाराम, भरत, गजराज, अंकित, मीरा, द्वारिका, लीला, अनिता, साइबर सेल उदयपुर से लोकेश रायकवाल (विशेष सहयोग), लोकेश, अनिल, लालूराम, नेपाल सिंह, महेंद्र, संजय व राजेश ने सहयोग किया।