बाल श्रमिकों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने की योजना
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बाल श्रमिकों को चिन्हित करने का विशेष अभियान चल रहा है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे बाल श्रमिक जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी हो या फिर वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो, जिससे कार्य करने की स्थिति में नहीं हो को बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ दिया जाएगा। जिसके अंतर्गत ऐसे कामकाजी लड़कों को 1000 रुपए और बालिकाओं को 1200 रुपए की मदद दी जाती है।
दो हजार कामकाजी बालक-बालिकाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य
इसके साथ ही कक्षा 8, 9 और 10 तक शिक्षा प्राप्त करने वाले लाभार्थी कामकाजी बालक-बालिकाओं, किशोर-किशोरियों को योजना के अंतर्गत अतिरिक्त धनराशि दी जाती है। जिसके अंतर्गत कक्षा 8 पास करने पर 6000 रुपए प्रोत्साहन के रूप में दिया जाता है। 8 से 18 वर्ष आयु वर्ग के दो हजार कामकाजी किशोर-किशोरियों को इस योजना के अंतर्गत लाभान्वित करने का लक्ष्य है। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है। यह रुपए बालक-बालिकाओं की शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है।