क्या है पूरा मामला?
इस मामले में पुलिस ने ढ़ाबा संचालक और मैनेजर समेत अन्य के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन लाश बरामद होने के एक दिन बाद भी गिरफ्तारी ना होने से नाराज परिजनों ने हंगामा किया। छात्रा के परिजनों ने लाश को हाइवे पर रखकर वाराणासी-प्रयागराज हाइवे जाम कर दिया। इस अहम राजमार्ग के जाम होने से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और ट्रैफिक में फंसे लोग बेहाल हो गए।
ढाबे पर बुलडोजर चलाने की मांग
आक्रोशित ग्रामीण ढाबे पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह उन्हें समझाने की कोशिश की। करीब तीन घंटे तक हाइवे जाम करने के बाद पुलिस की तरफ से कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर ही परिजनों ने जाम खोला। इसके बाद छात्रा के शव को श्मशान घाट ले जाया गया और अंतिम संस्कार हुआ।
एमएससी की पढ़ाई कर रही थीं अलका
अलका बिंद ढाबे के पास ही स्थित कॉलेज से एमएससी की पढ़ाई कर रही थीं। उनके भाई अंजनी बिंद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अल्का रोजाना ऑटो से कॉलेज जाती थीं और दोपहर दो बजे तक वापस आ जाती थीं। बुधवार को जब वो वापस नहीं आईं और फोन बंद मिला तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। इसी दौरान पुलिस को ढाबे से एक छात्रा का शव मिलने की जानकारी मिली जिसकी पहचान बाद में अल्का बिंद के रूप में हुई।