क्या गाज़ा में भी होगा सीज़फायर?
7 अक्टूबर, 2023 के दिन हमास (hamas) ने इज़रायल पर हमला किया था और तभी से गाज़ा (Gaza) मे जंग की शुरुआत हो गई थी। इज़रायली सेना, गाज़ा में ताबड़तोड़ हमले करते हुए तबाही मचा चुकी है और इससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। करीब 56 हज़ार फिलिस्तीनी इस जंग में मारे जा चुके हैं। दुनियाभर के लोग इस जंग को खत्म करने की अपील कर रहे हैं। इसी बीच अब ट्रंप ने गाज़ा में चल रही जंग को भी खत्म कराने की ओर इशारा किया है। ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए इस बात की उम्मीद जताई कि एक हफ्ते में इज़रायल और हमास के बीच सीज़फायर हो जाएगा। क्या ट्रंप और नेतन्याहू की हुई बात?
गाज़ा में सीज़फायर के लिए क्या ट्रंप की नेतन्याहू से बात हुई है? पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा तो उन्होंने सिर्फ इतना जवाब दिया कि इज़रायल और हमास के बीच सीज़फायर कराने की कोशिश कर रहे लोगों से उन्होंने बात की है और यह भरोसा जताया है कि दोनों पक्षों के बीच सीज़फायर का समझौता होने के बहुत करीब है।
भारत-पाकिस्तान सीज़फायर का भी झूठा क्रेडिट ले चुके हैं ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच सीज़फायर का भी क्रेडिट ले चुके हैं। ट्रंप ने कई मौकों पर कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाई और इसके लिए उन्होंने ट्रेड डील का इस्तेमाल किया। हालांकि भारत की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि पाकिस्तान के साथ जंग रुकवाने में ट्रंप या किसी अन्य तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं रही। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी ट्रंप के दावे को झुठलाते हुए बता दिया है कि ट्रंप की भारत-पाकिस्तान में जंग रुकवाने में कोई भूमिका नहीं थी। पीएम मोदी ने तो ट्रंप को फोन कॉल पर स्पष्ट रूप से कह दिया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच चले पूरे घटनाक्रम के दौरान कभी भी, किसी भी स्तर पर भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील या अमेरिका द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर कोई बात नहीं हुई थी।