5 लाख से ज़्यादा डॉग्स का भविष्य अनिश्चितता में
साउथ कोरिया में इस नए कानून के पारित होने के साथ ही यह भी सवाल खड़ा हो गया कि फार्म्स में पाले गए 5 लाख से ज़्यादा डॉग्स का क्या होगा? साउथ कोरिया में डॉग्स को उसी तरह पाला जाता है, जैसे भारत सहित कुछ देशों में मुर्गी पाली जाती हैं।
क्यों बनाया गया यह कानून?
गैलप कोरिया की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के अन्य देशों की तरह साउथ कोरिया में भी मांसाहार कम हो रहा है। यह बदलाव खास तौर पर युवा पीढ़ी में देखा जा रहा है, जो डॉग्स को पालतू जानवर के रूप में देखते हैं न कि भोजन के रूप में। इसी वजह से डॉग्स के मांस पर रोक लगाने का कानून बनाया गया। क्या होगा इतने डॉग्स का?
डॉग्स के मांस के व्यापार पर रोक की समय सीमा डेढ़ वर्ष से ज्यादा है, लेकिन फिर भी डॉग्स को पालने वालों के सामने संकट है। उनका कहना है कि इतने डॉग्स का क्या करेंगे? डॉग्स पालने वाले रेवरेंड जू येओंग का कहना है कि वह इन डॉग्स को सस्ते दाम पर इन्हें बेचना चाहते हैं, लेकिन कोई खरीदने को तैयार नहीं।