पिटने के बाद भी जश्न
भारत के इन हमलों के बाद पाकिस्तान ने अपनी जनता को भ्रमित करने के लिए प्रचार तंत्र का सहारा लिया। सोशल मीडिया (Social Media) पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि पाकिस्तानी सेना और जनता “जश्न” मना रही है, यह दिखाने की कोशिश की गई कि भारत के हमलों का उन पर कोई असर नहीं हुआ। हालांकि, यह दावा हकीकत से कोसों दूर है। पाकिस्तान ने अपने प्रमुख हवाई अड्डों को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया और हवाई क्षेत्र को खाली कर लिया, जो उनकी घबराहट को दर्शाता है। पाकिस्तान का भंडाफोड़
पाकिस्तान ने भारत पर नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने का आरोप लगाकर प्रचार करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि हमले केवल आतंकी ठिकानों पर किए गए।
कर्नल सोफिया और वायुसेना की व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को पूरी तरह नष्ट किया गया। इसके अलावा, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को बेनकाब करते हुए साफ किया कि पाकिस्तान की जनता और सेना के बीच डर का माहौल है।
मरियम नवाज का अस्पताल दौरा
पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज (Maryam Nawaz) ने घायल सैनिकों से मिलने के लिए अस्पताल का दौरा किया, जिसे कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स ने उनके “झूठ को बेनकाब करने” के रूप में प्रचारित किया। मरियम नवाज ने दावा किया कि पाकिस्तान का खून खौल रहा है और वे बदला लेंगे। हालांकि, उनके इस दौरे को कई लोगों ने पाकिस्तानी सेना के मनोबल को बढ़ाने की कोशिश के रूप में देखा, क्योंकि भारत के हमलों ने उनकी रक्षा तैयारियों की पोल खोल दी थी।
भारत का कड़ा रुख
भारत ने न केवल सैन्य कार्रवाई की, बल्कि आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को घेरा। भारत ने सिंधु जल संधि की समीक्षा शुरू की, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए और तीसरे देशों के जरिए होने वाले 10 अरब डॉलर के व्यापार को रोकने की योजना बनाई। इन कदमों ने पाकिस्तान की आर्थिक कमजोरी को और उजागर किया, जिसका विदेशी मुद्रा भंडार भारत से 46 गुना कम है।