अमेरिका के साथ मिलकर अब ईरान को दहलाने की तैयारी कर रहा इजरायल? ‘नरक का दरवाजा़’ खोलने वाले हैं नेतन्याहू!
Trump Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात कर कहा है कि अमेरिका और इजरायल अब ईरान के खतरे का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े हैं।
Donald Trump, Benjamin Netanyahu and Iran Supreme Leader Ali Khamenei
Israel US on Iran Gaza: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का गाज़ा के बाद अगला निशाना ईरान हो सकता है। पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में जिस तरह इजरायल ने ईरान में (Israel Attack in Iran) हमले किए और फिर ईरान ने जवाबी कार्रवाई की और नेतन्याहू ने बदला लेने की कसम खाई थी, उससे लग रहा था कि 2024 में ही मिडिल ईस्ट में एक नया संघर्ष शुरू हो सकता है। हालांकि अमेरिका के दखल के बाद तब मामला कुछ शांत हो गया था लेकिन अब अमेरिका में सत्ता बदल चुकी है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) वहां के राष्ट्रपति हैं। ऐसे में अब ये शांत होता संघर्ष फिर से हिलोरे मार रहा है। दरअसल इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से कहा है कि अमेरिका और इजरायल अब ईरान के खतरे का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े हैं।
दरअसल इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को इजरायल की राजधानी येरुशलम में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो (Marco Rubio) से मुलाकात की है। नेतन्याहू ने रुबियो से अमेरिका को इजरायल सबसे बड़ा सहयोगी बताया है। उन्होंने कहा कि ईरान (Benjamin Netanyahu and Marco Rubio Meeting on Iran) का मुकाबला करने के लिए इजरायल और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इस बार पर दोनों देशों की सहमति है ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई (Ali Khamenei) को परमाणु हथियार किसी भी हालत में नहीं मिलने चाहिए। क्षेत्र में ईरान की आक्रामकता को वापस लेना ही होगा।
‘खोल दिए जाएंगे नरक के द्वार’
सिर्फ ईरान ही नहीं दोनों नेताओं के बीच गाज़ा (Gaza) के वर्तमान हालातों पर भी बातचीत हुई। युद्धविराम कराने, उसे आगे बढ़ाने पर और हमास पर दबाव बनाने को लेकर नेतन्याहू ने ट्रंप की भर-भर कर तारीफ की।
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक नेतन्याहू ने ये भी कह दिया है कि अगर हमास ने युद्धबंदियों को रिहा करने में कोई भी कोताह बरती तो नरक के द्वार जरूर खोल दिए जाएंगे। इस बात पर अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने कहा कि हमास को सभी इजरायली बंदियों को रिहा करना ही होगा, यही इस युद्धविराम की अहम शर्त है।
ईरान पर अगला हमला करेंगे अमेरिका-इजरायल?
रिपोर्ट के मुताबिक हमास ईरान के समर्थन से युद्धबंदियों को छोड़ने में कोताही बरत रहा है। अमेरिका और इजरायल की धमकियों के बाद भी ये खबरें सामने आ रही हैं कि हमास ने कुछ युद्धबंदियों को रिहा करने से इनकार कर दिया है, अगर ऐसा होता है तो नेतन्याहू के दिए बयान के मुताबिक इजरायल गाज़ा पर तो हमला करेगा ही साथ ही वो ईरान को भी नहीं छोड़ेगा। रिपोर्ट में जानकारों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो पूर्ववर्ती सरकार के इस फैसले कि इजरायल को अब हथियारों और सैन्य सहायता नहीं दी जाएगी उसे रद्द करते हए 900 किलो के 1800 बम इजरायल भेजे हैं, उसका इस्तेमाल ईरान के लिए हो सकता है, साथ ही गाज़ा में भी इन हथियारों का इस्तेमाल हो सकता है।
ये बात इसलिए भी गौर करने वाली है कि बीते हफ्ते ही डोनाल्ड ट्रम्प ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अगर शनिवार दोपहर तक हमास ने इजरायल के सभी बंधकों को रिहा नहीं किया तो युद्ध विराम को खत्म कर देना चाहिए और नरक को टूटने देना चाहिए।