अपने ही लोगों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही थी
गौरतलब है कि 24 जून, 2012 को सीरिया के विदेश मंत्री असद हसन शैबानी की मंत्रिस्तरीय असाधारण कार्यकारी समिति ने बैठक में भाग लिया था। जेद्दा में आयोजित ओआईसी की बैठक में सीरिया की स्थिति पर चर्चा की गई थी और सीरिया की ओआईसी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की गई थी, तब बशर अल-असद शासन की अपने ही लोगों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही थी। इसके बाद, 14-15 अगस्त, 2012 को मक्का में आयोजित चौथे असाधारण ओआईसी शिखर सम्मेलन में सीरिया की ओआईसी सदस्यता निलंबित कर दी गई थी।
सीरिया को ओआईसी की क्यों दुबारा मिली सदस्यता ?
सीरिया को ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) की दुबारा सदस्यता मिलने का मुख्य कारण तुर्किये की पहल और क्षेत्रीय राजनीतिक बदलाव हैं। सीरिया की सदस्यता 13 वर्षों तक निलंबित रही थी, क्योंकि 2012 में बशर अल-असद शासन के तहत सीरिया में सरकार और असद विरोधियों के बीच हिंसक संघर्ष बढ़ने लगा था। इस संघर्ष में असद सरकार ने अपने ही नागरिकों पर हिंसा बढ़ा दी थी, जिसके कारण ओआईसी ने सीरिया की सदस्यता निलंबित कर दी थी।