भारत ऐसे हताशाजनक उकसावे से नहीं डरेगा
पुर्तगाल में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारत के दूतावास @IndiainPortugal ने हमारे चांसरी भवन के पास पाकिस्तान की ओर से आयोजित कायरतापूर्ण विरोध प्रदर्शन का दृढ़ता से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ जवाब दिया। हम दूतावास की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनके समर्थन के लिए पुर्तगाल सरकार और उसके पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। भारत ऐसे हताशाजनक उकसावे से नहीं डरेगा। हमारा संकल्प अडिग है।” पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल ने कहा कि दूतावास के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन का जवाब “मौन किन्तु मजबूत और दृढ़ संदेश के साथ दिया गया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।”
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है
पुनीत रॉय कुंडल ने एक्स पर लिखा, “दूतावास के बाहर पाकिस्तान द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन का हमारी ओर से मौन लेकिन मजबूत और दृढ़ संदेश के साथ जवाब दिया गया कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है”। दूतावास के सभी अधिकारी इस दृष्टिकोण पर अडिग थे।” ध्यान रहे कि इससे पहले 16 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और जो कुछ भी हुआ वह सिर्फ एक “ट्रेलर” है।
हमने पाकिस्तान को प्रोबेशन पर रखा है : सिंह
सिंह ने भुज वायुसेना स्टेशन पर वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “हमने पाकिस्तान को प्रोबेशन पर रखा है। अगर उसका व्यवहार सुधरता है तो ठीक है, नहीं तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। जो कुछ भी हुआ वह तो बस ट्रेलर था। जब सही समय आएगा तो हम दुनिया को पूरी तस्वीर दिखाएंगे।”
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में कार्रवाई
गौरतलब है कि 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके नतीजतन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (LET) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी की
भारत की कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी की और साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का प्रयास किया, जिसके बाद भारत ने एक समन्वित हमला किया और पाकिस्तान के एयरबेसों में रडार इंफ्रास्ट्रक्चर, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाया। 10 मई को, भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करने पर सहमति बनी थी।