खुद को बताया शरारती बालक
पोप फ्रांसिस ने अपनी आत्मकथा में खुद ‘शरारती’ बताया है। हालांकि पोप फ्रांसिस ने खुलासा किया है कि वह बचपन के दौरान शरारती थे। 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस ने अपनी आत्मकथा में खुलासा किया कि वह बचपन में एक शरारती बालक थे और उन्हें आज भी अपने बचपन की वो सभी बातें याद हैं।
पिज़्ज़ा था पसंद
पोप फ्रांसिस को एक समय पर पिज़्ज़ा भी काफी पसंद था। इस बात का खुलासा उन्होंने अपनी आत्मकथा में ही किया है। होप पुस्तक में उनके बचपन और आव्रजन की बातों के साथ ही पिज़्ज़ा के प्रति उनकी पसंद के बारे में भी बताया गया है। पोप फ्रांसिस ने बचपन के दौरान पिज़्ज़ा ऑर्डर करने की बातों का ज़िक्र अपनी आत्मकथा में किया।
पोप फ्रांसिस को याद हैं अपने पाप
अपनी आत्मकथा के अंशों में पोप फ्रांसिस ने ब्यूनस आयर्स के बहुसांस्कृतिक इलाके में पले-बढ़े होने के प्रसंगों का वर्णन किया है, जिनमें वे बातें भी शामिल हैं जिनके लिए उन्हें बाद में पछतावा हुआ। इस आत्मकथा में पोप फ्रांसिस ने ज़िक्र किया कि उन्हें अपने पाप याद हैं, जिसके लिए वह शर्मिंदा भी हैं। उन्होंने कहा कि वह अन्य सभी लोगों की तरह पापी हैं।
टीवी नहीं देखा, पिज्जा खाना छूटा
पोप फ्रांसिस ने अपनी आत्मकथा में यह भी कहा कि उन्होंने 1990 के बाद से टीवी नहीं देखा। पोप फ्रांसिस अपनी पसंदीदा सैन लोरेंज़ो फुटबॉल टीम के मैच भी नहीं देखते। हालांकि एक स्विस गार्ड उन्हें मैच के परिणाम बताता है। पोप फ्रांसिस अब पिज़्ज़ा भी नहीं खाते, लेकिन उन्हें इसकी काफी याद आती है। उन्होंने यह भी बताया कि एक कार्डिनल के रूप में उन्हें सड़कों पर घूमना और मेट्रो लेना बहुत पसंद था, लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर पाते।