‘अस्पताल की स्थिति बेहद खराब’
डॉ. बबीता ने कहा कि अव्यवस्था छिपाने के लिए उनका ध्यान भटकाने की कोशिश की गई, लेकिन अस्पताल की स्थिति बेहद खराब है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दवाओं की उपलब्धता और वितरण की भी जानकारी ली। स्टाफ की कमी के कारण महिलाओं को उचित उपचार नहीं मिल पा रहा था। वार्ड में कई महिलाएं नवजातों के साथ भर्ती मिलीं। एसएनसीयू वार्ड, प्रसूता वार्ड का निरीक्षण कर भर्ती महिलाओं से सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद अस्पताल स्टाफ का रजिस्टर चेक किया। डॉ. बबीता ने कहा कि स्टाफ की कमी से मरीजों को परेशानी हो रही है, जबकि सरकार सुविधाओं को बढ़ाने में जुटी है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए और जल्द से जल्द समस्याओं के समाधान की बात कही।
‘मैडम, शौचालय ही नहीं’
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने जब मरीजों और तीमारदारों से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। उन्हें झाड़ियों के पीछे जाना पड़ता है। यह सुनकर वह बिफर गईं और इसे बेहद शर्मनाक बताया। उन्होंने जल्द व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। कर्मचारी अव्यवस्थाएं छुपाने में जुटे
जैसे ही डॉ. बबीता सिंह महिला अस्पताल पहुंचीं, हड़कंप मच गया। पहली मंजिल पर निरीक्षण चल रहा था, तो दूसरी-तीसरी मंजिल पर कर्मचारी अव्यवस्थाएं छुपाने में लगे थे। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक से कहा कि डॉक्टरों की समय पर उपलब्धता न होने से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। आनन-फानन में इंतजाम कर कमियों को छुपाने की कोशिश की गई।