पकड़े गए आरोपियों में साउथ बोपल रत्नाकर वर्ते गाला निवासी प्रमोद पटवा (48) और आगम पटवा शामिल हैं। दोनों मूलरूप से कच्छ जिले की रापर तहसील के प्रागपर सोनीवास के रहने वाले हैं।सीआईडी क्राइम के तहत प्रमोद और उनके पुत्र आगम पर शिकायतकर्ता और 39 अन्य निवेशकों को 24 करोड़ 16 लाख रुपए की चपत लगाने का आरोप है।
मामले के तहत इन पिता पुत्रों की डेल्टालाइन कंपनी है। इन्होंने निवेशकों से कहा कि उनकी कंपनी का ए सी अग्रवाल व अजमेरा सिक्योरिटी की आईआरआईई कंसल्टेंसी के साथ एग्रीमेंट हुआ है। इन दोनों कंपनी ने डेल्टालाइन कंपनी को फ्रेंचाइजी दी है। निवेशकों को यह भरोसा देकर उनके पास से एमटीएफ ट्रेडिंग के संबंध में प्री अकाउंट खुलवाने के लिए कहा। लोगों को झांसा दिया कि यदि निवेशक प्री अकाउंट खुलवाते हैं, तो उन्हें आठ से 15 फीसदी मुनाफा मिलेगा।
निवेशकों से 24 करोड़ से ज्यादा ठगे
ऐसा करके आरोपियों ने मार्च 2023 से दिसंबर 2023 के दौरान अलग-अलग समय पर 24.16 करोड़ की राशि निवेशकों के पास से सिक्योरिटी डिपॉजिट के रूप में ले ली। आरोप है कि इन्होंने यह राशि ए सी अग्रवाल और अजमेरा सिक्योरिटी के अकाउंट में जमा नहीं कराई। उसकी जगह खुद ही अन्य खातों में ट्रांसफर कर ली। ऐसा कर शिकायतकर्ता के रुपए और अन्य लोगों के रुपए वापस नहीं लौटाए और घर व कार्यालय बंद करके 40 निवेशकों के सिक्योरिटी डिपॉजिट के 24.16 करोड़ रुपए लेकर फरार हो गए। इस संबंध में शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज करते हुए एक मार्च को दोनों आरोपी पिता पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि आरोपी प्रमोद पटवा के विरुद्ध इससे पहले वडोदरा और महेसाणा जिले में ठगी के मामले दर्ज हैं। प्रमोद पटवा विरुद्ध वडोदरा शहर में प्रिवेंशन ऑफ इम्मोरल ट्रैफिक एक्ट के तहत भी मामला दर्ज है। 2012 में उसे पासा भी की जा चुकी है।