पुलिस उप अधीक्षक (दरगाह) व एसटीएफ प्रभारी लक्षमणराम चौधरी ने बताया कि शहर में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी-रोहिंग्या नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में स्पेशल टास्क फोर्स ने शुक्रवार को पकड़े गए संदिग्ध से गहनता से पूछताछ की। पुलिस पड़ताल में उसने बांग्लादेशी नागरिक होना कबूला। पूछताछ में अपनी पहचान बांग्लादेश निफामारी सैदपुर निवासी मोहम्मद शाहिद (40) पुत्र अली मोहम्मद बताई।
16-17 साल की उम्र में आया भारत
शाहिद ने बताया कि वह अवैध रूप से 16-17 साल की उम्र में भारत-बांग्लादेश हिली बॉर्डर अवैध तरीके से पार कर चोरी-छिपे पैदल भारत में दाखिल हुआ। भारत की सीमा में दाखिल होने के बाद पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचा। जहां कुछ समय खानाबदोश जिन्दगी बसर करने के बाद ट्रेन से नई दिल्ली आ गया। दिल्ली में कुछ दिन गुजारने के बाद अजमेर शरीफ आया। यहां तब से खानाबदोश की जिन्दगी बसर कर रहा है।
पुख्ता होने के बाद कार्रवाई
सीओ लक्षमणराम चौधरी ने बताया कि दो माह से दरगाह अन्दर कोट क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रखा है। दरगाह क्षेत्र जालियान कब्रिस्तान, अन्दरकोट, नई सडक, तारागढ की पहाडी, सोलहखम्बा दरगाह व बडे पीर का चिल्ला के आसपास सम्भावित क्षेत्र में रह रहे संदिग्धों की जांच-पड़ताल में घुसपैठिया साबित होने के बाद निष्कासन की कार्रवाई शुरू की जाती है।