
होटल में नहीं था वैकल्पिक मार्ग
एडीआरएफ जवान राजेन्द्र गुर्जर ने बताया कि आग बुझने के बाद टीम ने होटल में सर्च किया। होटल में लिट और सीढ़ी के अलावा अन्य वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से ज्यादा नुकसान हुआ। होटल के सामने बॉलकनी या लोहे की पासिंग सीढ़ी होती तो जायरीन आसानी से समय रहते बाहर निकाले जा सकते थे। इसके अलावा छत व दीवार में फॉरसिंलिंग और लकड़ी का फर्नीचर ज्यादा होने से आग ज्यादा भड़की।
दमकलकर्मी की बिगड़ी तबीयत
आग बुझाने के बाद दमकल कर्मियों की टीम होटल में दाखिल हुई। धुएं के गुबार और तपिश के चलते महिला दमकलकर्मी कृष्णा मीणा की सांस भारी हो गई। तबीयत बिगड़ते ही उसको तुरन्त साथी दमकलकर्मी होटल से बाहर लेकर आए। यहां से उसको अस्पताल भेजा गया। जहां भर्ती व उपचार के बाद शाम को छुट्टी मिल गई।पति चौथी मंजिल से कूदा तो तारों में फंसा… सिर के बल गिरा, रोते हुए पत्नी ने बयां किया आंखों देखा हाल
हत्या का मामला दर्ज
महिला की शिकायत व पर्चा बयान के आधार पर होटल संचालक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या व लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया है। मृतकों की शिनाख्त हो चुकी है।—हिमांशु जांगिड़, एएसपी सिटी