संगठन ने पुलिस को दी जानकारी
पत्र मिलने पर एबीवीपी कार्यकर्ता हैरान हो गए और तुरंत संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी। हालांकि, सीसीटीवी खंगालने के बाद भी कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला।
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
संगठन के महानगर मंत्री शैलेंद्र प्रजापति द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकुर शर्मा, महानगर संगठन मंत्री सौरभ राठौर, प्रांत मीडिया संयोजक अरुण शर्मा, जतिन, पूरन यादव, प्रशांत सिंह, आशुतोष यादव, पीयूष भारद्वाज, सौरभ सिंह, विपिन दिवाकर आदि मौजूद रहे। पुलिस जांच जारी है। पत्र में अभद्र भाषा और धमकी भरे नारे
पत्र के एक पर्चे में एबीवीपी, भाजपा और संघ के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देश विरोधी नारे और पाकिस्तान, बांग्लादेश, फिलिस्तीन समर्थक नारे लिखे गए हैं। दूसरे पत्र में भी इसी तरह की गालियां, धमकियां और अमर्यादित भाषा का उल्लेख किया गया है। इसमें यह धमकी दी गई है कि कुंभ में लगी आग तो सिर्फ ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है। इसके अलावा, देश विरोधी नारे लिखने की चुनौती देते हुए एएमयू में आने की चेतावनी दी गई है। पत्र के अंत में यह भी कहा गया है कि बहुत नेतागिरी करते हो, अब समय आ गया है, सभी को सबक सिखाया जाएगा।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीओ द्वितीय राजीव द्विवेदी ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। किसी ने हाथ से लिखे दो पर्चे एबीवीपी कार्यालय के दरवाजे में फंसाए हैं। आरोपी तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी देखे जा रहे हैं। अज्ञात में मुकदमा गांधी पार्क में दर्ज कर लिया गया है।