Alwar : स्वच्छता के लिए जिला कलक्टर की ओर से चलाए जा रहे अतुल्य स्वच्छता अभियान को शहर की डेयरियां दाग लगा रही हैं। पशु सड़कों पर बांधे जा रहे हैं। वहीं पर गोबर के ढेर लगाए जा रहे हैं। यही गोबर आसपास के एरिया में फल रहा है, जिसकी दुर्गंध से जनता परेशान है। इसके अलावा गंदगी फैल रही है। नालों में बहकर यह पहुंच रहा है, जिससे वह चोक हो रहे हैं। नगर निगम इनको पूरा संरक्षण दे रहा है। निगरानी के लिए सफाई इंस्पेक्टर लगाए गए हैं, लेकिन उनकी मेहरबानी से ही गोबर सड़कों के किनारे से नहीं उठ रहा है।
यहां जनता ज्यादा परेशान शहर के एनईबी से हाईवे की ओर जा रहे मार्ग पर मंजू अस्पताल से कुछ कदम आगे डेयरी है। यहां दो दर्जन से ज्यादा पशु हैं। उनका गोबर नगर निगम की सड़क किनारे डाल दिया गया, जहां पर ग्रीनरी होनी थी। गोबर के आठ से दस बड़े ढेर लगे हैं। आसपास के लोगों ने नगर निगम वे संबंधित सफाई इंस्पेक्टर से कई बार कहा, लेकिन जनता को राहत देने की बजाय डेयरी संचालकों को संरक्षण दिया गया, जबकि लोग यही चाहते थे कि गोबर सड़क से उठे और दूसरी जगह डेयरी संचालक डालें, लेकिन नगर निगम यह नहीं करवा पा रहा है। पॉश बैंक कॉलोनी में पशु पाले जा रहे हैं। आसपास के लोगों को परेशानी हो रही है। यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा, लेकिन अब तक कॉलोनी के लोगों को राहत नहीं मिली। हालांकि यह लोग गोबर शहर से बाहर डालने का दावा कर रहे हैं। पटरी पार इलाके में दर्जनों डेयरियां चल रही हैं। 200 फीट मार्ग, ट्रांसपोर्ट नगर के पास, अग्रसेन चौक से कुछ कदम आगे, बहरोड़ मार्ग, इंदिरा कॉलोनी, पुराना कलक्ट्रेट मार्ग, मालवीय नगर, अंबेडकर नगर मार्ग पर डेयरी चलाई जा रही हैं। इन पर नगर निगम कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।
डेयरी संचालकों को पाबंद करना शहर की स्वच्छता जिला कलक्टर के अभियान से अच्छी हुई है। रैंकिंग भी बेहतर होने का अनुमान है, लेकिन स्वच्छता में दाग लगा रही इस व्यवस्था पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है, जबकि जिला कलक्टर खुद ही नगर निगम प्रशासक हैं। उनके एक निर्णय से सड़कों का गोबर नालों में न जाकर शहर से बाहर जा सकता है। सफाई हो सकती है। साथ ही निगरानी करने वाले सफाई इंस्पेक्टरों पर भी कार्रवाई की जरूरत है। लोगों का कहना है कि डेयरियां भले ही कुछ देर से शिफ्ट हों, लेकिन गोबर व गंदगी से तो जनता को निजात दिलाएं। डेयरी संचालकों को पाबंद किया जाए कि वह गोबर वहां एकत्रित नहीं करेंगे, बाहर ले जाएंगे।
डेयरियां के संचालन की समीक्षा करेंगे। सड़क किनारे या सार्वजनिक जगहों पर गोबर नहीं डाला जा सकता, उसे उठवाया जाएगा। पूरी तरह एरिया की सफाई करवाएंगे ताकि जनता को परेशानी न होने पाए। – आर्तिका शुक्ला, जिला कलक्टर एवं नगर निगम प्रशासक