एमडी पुरुषोत्तम शर्मा के निर्देश पर बसों की जांच का यह नया तरीका शुरू किया गया है। खासकर रात को विभिन्न मार्गों पर चल रही बसों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। ताकि चालक-परिचालक बेटिकट किसी यात्री को बस में यात्रा न कराए। डिपो के मुय प्रबंधक, मैनेजर ऑपरेशन, मैनेजर प्रशासन और मैनेजर यातायात सहित सभी अधिकारियों को इस नए तरीके से भी बसों पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
यात्रियों की संख्या पर भी नजर
वीडियो कॉल के जरिए अधिकारी बस के परिचालक से यात्रियों की संख्या और टिकट की जानकारी ले रहे हैं। यात्रियों से सीधे संवाद कर टिकट देखा जा रहा है। साथ ही बस की साफ-सफाई और कर्मचारियों के व्यवहार के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। यात्री भी चाहे तो बस के चालक और परिचालक के व्यवहार को लेकर सीधे शिकायत कर सकता है। इस नए सिस्टम से रोडवेज प्रशासन डिपो से निकलने वाली हर बस की निगरानी कर सकेगा। सबसे बड़ा फायदा यह है कि लंबी दूरी की बसों की जांच में आसानी होगी। स्टाफ की कमी के कारण रोडवेज सभी बसों की भौतिक जांच नहीं कर पाता है, लेकिन वीडियो कॉल के माध्यम से एक ही दिन में कई बसों की निगरानी की जा सकेगी। इससे राजस्व हानि को भी रोका जा सकेगा।
मुयालय के निर्देश पर बसों की जांच का नया तरीका ढूंढा गया है। इससे हर बस की निगरानी संभव हो पा रही है। साथ ही, चालक-परिचालक के व्यवहार व बसों की दशा को लेकर भी जानकारी मिल रही है। – कुलदीप शर्मा, मुय प्रबंधक, मत्स्य नगर डिपो