दोपहर से ही बढ़ रहा था पानी, दुकानें और तख्त भी डूबे
स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार दोपहर से ही गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था। शाम तक स्थिति बिगड़ गई और घाट पर रखे तख्त, दुकानें और कई अन्य सामान पानी में डूब गए। लोगों ने अपनी सूझबूझ से कुछ जरूरी सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
पुरोहितों ने प्रशासन से की मदद की मांग
घाट पर रहने वाले पुरोहितों ने प्रशासन से तत्काल सहायता की मांग की है। उनका कहना है कि जलस्तर और बढ़ने पर जान-माल का खतरा और अधिक बढ़ सकता है। हर साल की तरह इस बार भी खादर क्षेत्र के करीब 50 गांव बाढ़ की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है।
बाढ़ खंड विभाग अलर्ट, अधिकारियों ने किया निरीक्षण
बाढ़ खंड के अधिकारियों ने तिगरी घाट पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अधिकारियों ने बताया कि गंगा के जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है, लेकिन प्रशासन ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। गंगा किनारे के गांवों को अलर्ट पर रखा गया
प्रशासन ने गंगा नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क कर दिया है और राहत-बचाव दलों को तैयार रहने का निर्देश दिया है। जरूरत पड़ने पर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना भी तैयार कर ली गई है।