प्रसव के लिए यहां नहीं आते हैं मरीज
यहां प्रसव के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध न होने के कारण ज्यादातर लोग महिलाओं को प्रसव के लिए लेकर नहीं आते हैं। साथ ही प्रसव कक्ष में एसी की मांग भी लंबे समय से की जा रही है लेकिन यह उपलब्ध न होने के कारण गर्मी और ठंडी के मौसम में नवजात शिशु एवं प्रसूता की सुरक्षा पर भी असर पड़ता है। वहीं रात्रि के समय यहां कोई भी स्टाफ न होने के कारण ताला लटकता रहता है।
कोतमा और परासी जाने की मजबूरी
स्थानीय नागरिक रंजीत नामदेव ने कहा कि यहां पर चिकित्सालय बनाए जाने का भी कोई लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। आज भी पसान, भालूमाड़ा, जमुना एवं यहां से लगे हुए ग्रामीण क्षेत्र के लोग उपचार के लिए परासी एवं कोतमा चिकित्सालय जाने को मजबूर हैं जो यहां से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
भवन तो बन गया पर सुविधा नहीं
स्थानीय निवासी ओमप्रकाश गुप्ता ने बताया कि पसान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मांग पर यहां भवन तो बना दिया गया लेकिन आज तक महिला चिकित्सक की पदस्थाना नहीं की गई। वहीं नियमित चिकित्सक भी नहीं रहते हैं। आज तक पूरे स्टाफ की पदस्थापना नहीं हो पाई है जिसके कारण मरीजों को परेशानी होती है। पसान चिकित्सालय में फार्मासिस्ट और वार्ड बॉय की कमी तथा अन्य असुविधा के संबंध में वरिष्ठ कार्यालय को पत्राचार किया गया है। डॉ. विपिन कुमार, मेडिकल ऑफिसर, पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र